आजकल बाजार में एंटी-एजिंग से जुड़े ढेरों उत्पाद मौजूद हैं जिनमें एंटी-एजिंग सीरम से लेकर क्रीम तक शामिल हैं.
इनमें कई प्रॉडक्ट्स बुढ़ापे को धीमा करने और समय से पहले बुढ़ापा रोकने का दावा करते हैं लेकिन क्या ये वाकई रातों-रात आपकी झुर्रियों और फाइन लाइंस को कम कर सकते हैं.
क्योंकि कई ब्रांड्स यह तक दावा करते हैं कि उनकी एंटी-एजिंग क्रीम रात भर में झुर्रियों, महीन रेखाओं और उम्र बढ़ने के अन्य लक्षणों को कम सकती है.
ऐसे में क्या एंटी-एजिंग क्रीम और सीरम्स वाकई कुछ ही घंटों में समय को पीछे ले जा सकती हैं? इस खबर में हम आपको कंपनियों के इन्हीं दावों की हकीकत बता रहे हैं.
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, नींद के दौरान त्वचा प्राकृतिक तौर पर अपनी मरम्मत और renewal प्रक्रिया से गुजरती है.
यह वह समय होता है जब कोशिका का टर्नओवर अपने चरम पर होता है और वह खुद को हील करने के लिए सबसे ज्यादा एक्टिव होती है.
शरीर त्वचा में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे यूवी किरणों, प्रदूषण और बाकी चीजों से हुए नुकसान को ठीक करने में मदद मिलती है.
नतीजतन सोने से पहले एंटी-एजिंग क्रीम लगाने से इसके एक्टिव कंपोनेंट्स आपकी त्वचा में अधिक गहराई तक प्रवेश कर सकते हैं और अधिक प्रभावी ढंग से काम करते हैं. लेकिन रिजल्ट के लिए इसे कई दिनों तक लगाना पड़ता है.
चूंकि एंटी-एजिंग सीरम्स या क्रीम्स में हायलूरोनिक एसिड और ग्लिसरीन जैसे तत्व होते हैं जो तुरंत त्वचा को कोमल बना सकते हैं जिससे महीन रेखाएं कम दिखाई देने लगती हैं.
कुछ क्रीम में पॉलिमर होते हैं जो त्वचा को मजबूत करते हैं जिससे झुर्रियां अस्थायी रूप से कम हो जाती हैं. लेकिन ये सिर्फ कम नजर आती हैं, कम होती नहीं हैं. यानी आपको अपनी झुर्रियों को कम करने के लिए कई हफ्तों और महीनों तक एंटी-एजिंग क्रीम्स को लगाने की जरूरत है.
इस खबर में बताई गई चीजें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें.