एक महिला ने घर की खुशहाली का किया ऐसा उपाय... कंट्रोल नहीं होगी हंसी!
एक महिला ने पंडित जी से घर की खुशहाली का उपाय पूंछा…
पंडित जी .. बेटी पहली रोटी गाय को खिलाया करो और आखिरी रोटी कुत्ते को …
मिहला- मैं ऐसा ही करती हूं.
पहली रोटी खुद खाती हूं और
आखिरी रोटी अपने पति को खिलाती हूं
पंडित बेहोश!!
पापा- बेटा तुम चाहे पास हो या फेल मैं तुम्हें बाइक जरूर दिलाऊंगा. बेटा - थैंक्स पापा, आप बहुत अच्छे हैं. पापा- हां, वो तो हूं- पास हो गए तो कॉलेज जाने के लिए और फेल हो गए तो दूध बेचने के लिए.
छोटू- बेकार कहते हैं लोग कि पत्नियां अपनी गलती नहीं मानती हैं, मेरी वाली तो रोज मानती है. गोलू- अच्छा, क्या बोलती है? गप्पू- कहती है, गलती हो गई है तुमसे शादी करके.
जज- तुम्हारा जुर्म साबित हो चुका हैं, तुम्हे कल फांसी पर चढ़ाया जायेगा. गप्पू- वो तो ठीक हैं पर उतारा कब जायेगा? दुकान भी तो खोलनी हैं
पड़ोसी- माताजी, आप बार-बार घर के अंदर-बाहर क्यों आ-जा रही हैं? कोई प्रॉब्लम है क्या? औरत- नहीं बेटा, मेरी बहू टीवी देखकर योगा कर रही है. उसमें बाबाजी कह रहें हैं कि सास को बाहर करो... सास को अंदर करो...
टीचर-अगर कोई लड़का Girls Hostel की तरफ गया तो 200 रु फाइन, दूसरी बार गया तो 400 रु तीसरी बार सीधा 1000 का फाइन लगेगा मंटू- सर जी, जो हमने मंथली पास बनवाना हो तो कितने का बन जावेगा. दे थप्पड़ दे थप्प
ऐसे ही मजेदार चुटकुले पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करें.