मास्टर जी ने पूछा सवाल, बच्चों ने दिया ऐसा जवाब... ठहाके लगाएंगे आप
गप्पू स्टेशनरी दुकान में जाकर कहता है, “अंकल प्रिंटर के लिए पेपर देना।” मास्टर जी- बच्चों, इतिहास से हमें पता चलता है कि हमारे पूर्वज बन्दर थे. तभी एक छात्र ने गुस्से में लाल होते हुए, थारे होंगे, मारे तो चौधरी थे..!!
अध्यापक ने प्रश्न पूछा- कौन-सा हाथ लिखने के लिए सबसे अच्छा होता है?
एक छात्र ने उत्तर दिया- कोई सा भी नहीं, क्योंकि हम पेन से लिखते हैं !!!
टीचर- बच्चों बताओ, गणित की किताब देखकर अक्सर सब लोग मायूस क्यों हो जाते हैं?
छात्र- क्योंकि, इसमें किसी भी सवाल का हल नहीं होता है !
टीचर- भोलू, स्वर और व्यंजन में क्या फर्क है?
भोलू- मास्टर जी, स्वर मुंह से बाहर निकलते हैं और व्यंजन मुंह के अंदर जाते हैं...!
मास्टर जी- 'खुशी का ठिकाना न रहा' कोई इस मुहावरे का अर्थ बताओ?
गोलू- खुशी घर वालों से छिपकर, हर रोज अपने दोस्त से मिलने जाती थी.
दिन उसके पापा ने उसे देख लिया और घर से निकाल दिया.
अब बेचारी 'खुशी का ठिकाना न रहा'.
मास्टर जी बेहोश...!!
शिक्षक- गीता तुम कल स्कूल क्यों नहीं आई थी?
गीता- सर मैं जापान गई थी, सपने में...
शिक्षक- गट्टू तुम कल कहां थे?
गट्टू- सर मैं गीता को एयरपोर्ट तक छोड़ने गया था, सपने में...!!!
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