25 Sep 2024
एंग्जाइटी किसी भी चीज को लेकर व्यक्ति के अंदर आने वाली डर, चिंता और बेचैनी की भावना है. लेकिन जब एंग्जाइटी लंबे समय तक बनी रहे तो यह इलनेस एंग्जाइटी डिसऑर्डर का रूप ले लेती है.
Image: Freepik
आज हम आपको बताएंगे कि इलनेस एंग्जाइटी डिसऑर्डर के दौरान व्यक्ति के अंदर किस तरह के लक्षण नजर आते हैं और इसका उपचार कैसे किया जा सकता है.
Image: Freepik
इलनेस एंग्जाइटी से पीड़ित इंसान के मन में हमेशा डर बना रहता है कि उसे कोई गंभीर बीमारी ना हो जाए.
Image: Freepik
ऐसा व्यक्ति लोगों से दूरी बनाने लगता है. वहीं, ऐसे लोग बीमारी से बचने के लिए बेवजह के मेडिकल टेस्ट करवाने लगते हैं.
Image: Freepik
अक्सर बचपन में किसी ट्रॉमा, एब्यूज या प्रॉपर केयर न मिलने के कारण व्यक्ति इलनेस एंग्जाइटी डिसऑर्डर का शिकार हो जाता है.
Image: Freepik
इलनेस एंग्जाइटी डिसऑर्डर से बचने के लिए स्वस्थ दिनचर्या के अलावा Cognitive behavioral therapy काफी मददगार है.
Image: Freepik