18 Sep 2024
एंग्जाइटी और एंग्जाइटी डिसऑर्डर को लोग अक्सर तनाव या डिप्रेशन के साथ जोड़ देते हैं, लेकिन दोनों में काफी अंतर होता है.
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अगर आप किसी इंटरव्यू, परीक्षा या महत्वपूर्ण कार्य से पहले तनाव महसूस कर रहे हैं तो यह नॉर्मल एंग्जाइटी के लक्षण हैं.
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वहीं, एंग्जाइटी डिसऑर्डर घबराहट या परेशानी की सामान्य भावनाओं से अलग होते है और इसमें व्यक्ति को ज्यादा डर या चिंता महसूस होती है. एंग्जाइटी डिसऑर्डर के दौरान इंसान को भय, चिंता और नींद न आना जैसे लक्षण अनुभव होते हैं.
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किसी भी बात की चिंता अगर लगातार बनी रहे, तो वह आपके ऊपर हावी होने लगती है. इसका प्रभाव आपके दैनिक जीवन और रिश्तो पर पड़ सकता है, यही चिंता या सामान्य एंग्जाइटी बढ़कर एंग्जायटी डिसऑर्डर में तब्दील हो जाती है.
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एंग्जाइटी और एंग्जाइटी डिसऑर्डर से बचने के लिए फिजिकल एक्टिविटी, पर्याप्त नींद और हेल्दी डाइट लेना बेहद जरूरी है.
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एंग्जाइटी और एंग्जाइटी डिसऑर्डर को नजरअंदाज करना आपकी मेंटल हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है. इसलिए किसी अच्छे मनोचिकिस्तक से संपर्क जरूर करें.
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