यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन एक ऐसी स्थिति है जिसका सामना बड़ों के साथ ही बच्चों को भी करना पड़ता है.
यह समस्या यूरिनरी सिस्टम के किसी भी हिस्से में हो सकती है जैसे, किडनी, ब्लैडर, गर्भाशय या मूत्रमार्ग में हो सकती है. गर्मियों के मौसम में इस इंफेक्शन का सामना काफी ज्यादा करना पड़ता है.
तो अगर आप भी अपने छोटे बच्चों को इस समस्या से बचाना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना काफी जरूरी है.
बच्चों में यूरिन इंफेक्शन होने पर पेशाब करते समय काफी तेज दर्द और जलन का सामना करना पड़ता है.
बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से पानी पिलाना काफी जरूरी है. 2 साल के बच्चों को 500 मिली, 3 साल के बच्चों को 750 मिली, और चार साल के बच्चों को कम से कम 1 मिली पानी जरूर पिलाएं.
कब्ज के कारण यूरिन इंफेक्शन की समस्या का सामना करना पड़ता है. ऐसे में कोशिश करें कि बच्चों को फाइबर से भरपूर चीजें खिलाएं. साथ ही उनकी डाइट में योगर्ट को जरूर शामिल करें.
माता पिता के लिए जरूरी है कि वह बच्चे को इस बारे में जानकारी दें कि यूरिन पास करते समय ब्लैडर को पूरी तरह से खाली करें. बच्चे अक्सर जल्दबाजी में आधा अधूरा यूरिन ही करते हैं. ब्लैडर पूरी तरह से खाली ना होने पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं.
यूरिन इंफेक्शन का सामना लड़कियों को ज्यादा करना पड़ता है. ऐसे में जरूरी है कि माता पिता उन्हें यह समझाएं कि यूरिन पास करने से बाद प्राइवेट एरिया को अच्छे से साफ करें. सफाई करते समय हमेशा आगे से पीछे की ओर करें.
यह समस्या यूरिनरी सिस्टम के किसी भी हिस्से में हो सकती है जैसे, किडनी, ब्लैडर, गर्भाशय या मूत्रमार्ग में हो सकती है. गर्मियों के मौसम में इस इंफेक्शन का सामना काफी ज्यादा करना पड़ता है.