GettyImages 1276364966

क्या खुद से बात करना नॉर्मल है? जानें इसके पॉजिटिव और नेगेटिव इफेक्ट

AT SVG latest 1

20 June 2024

Credit: Freepik

Pixabay ai generated 8470561 1920

खुद से बात करना कोई नई या बड़ी बात नहीं है लेकिन आप अपने आप से क्या बात करते हैं, ये ध्यान देने वाली बात है. आइये जानते हैं.

Self Talk

Credit: Freepik

Pixabay board 2433978 1920

अपने दिमाग में कहानियां गढ़ना, खुद से बातें करना न केवल बच्चों तक सीमित है बल्कि बड़े लोग भी ऐसा खूब करते हैं.

Self Talk

Credit: Freepik

Pixabay car communication 3100980 1920

खुद से बात करना एकदम नॉर्मल है लेकिन आपको इसके पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों प्रभावों के बारे में पता होना चाहिए.

Self Talk

Credit: Freepik

Pixabay faces 2148341 1920

खुद से बात करना यानी सेल्फ टॉक सामान्य है लेकिन ये हमारी मानसिक स्थिति के बारे में काफी कुछ बता सकती है.

Self Talk

Credit: Freepik

Pixabay i 741507 1920

सेल्फ टॉक आमतौर पर अकेलेपन और सामाजिक अलगाव की वजह से बढ़ती है. आइये जानते हैं, सेल्फ टॉक की क्या-क्या वजह हो सकती हैं.

Self Talk

Credit: Freepik

Pixabay mirror 7677012 1920

खुद से बात करना बच्चों में बेहद कॉमन है. हालांकि, एक रिसर्च के मुताबिक, क्रिएटिव लोग और अपनी भावनाओं के प्रति अधिक जागरूक लोग सेल्फ टॉक ज्यादा करते हैं.

Self Talk

Credit: Freepik

Pixabay people 2559571 1920

किसी बहुत महत्वपूर्ण या बड़ी चीज़ से पहले लोग आमतौर पर अपनी चिंता के स्तर को कम करने और काम में बेहतर प्रदर्शन के लिए सेल्फ टॉक करते हैं.

Self Talk

Credit: Freepik

Pixabay portrait 7909587 1920

जिन लोगों के सोशल कनेक्शन कम होते हैं या अपनेपन की भावना में कमी होती है, वो लोग इस गैप को भरने के लिए सेल्फ टॉक करते हैं.

Self Talk

Credit: Freepik

Pixabay woman 3918661 1920

हालांकि, ज्यादा अकेलापन अत्यधिक नकारात्मक सेल्फ टॉक को जन्म दे सकता है. फिर इससे आसीडी और एंग्जाइटी जैसी स्थितियों का खतरा बढ़ सकता है.

Self Talk

Credit: Freepik

Pixabay young woman 2750465 1920

स्टडी के मुताबिक, जो बच्चे कुछ बड़ा करने से पहले सेल्फ टॉक करते हैं, वो बेहतर प्रदर्शन करते हैं और अच्छे नंबर पाते हैं.

Self Talk

Credit: Freepik

सेल्फ टॉक करने वाले लोगों को नए कौशल सीखने में मदद मिल सकती है. खासतौर से वो कौशल जिनमें ताकत और शक्ति की जरूरत होती है.

Self Talk

Credit: Freepik

अपने आप से सकारात्मक बातचीत करने से आपका आत्म-सम्मान बढ़ सकता है और रोजमर्रा की जिंदगी में चिंता को शांत करने में भी मदद मिल सकती है.

Self Talk

Credit: Freepik