कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन देश में तेजी से पैर पसार रहा है.
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच पेरेंट्स की चिंता काफी बढ़ गई है.
Pic Credit: imouniroy Instagramहेल्थ एक्सपर्ट्स बच्चों को इस वायरस से बचाकर रखने की सलाह दे रहे हैं.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बच्चों में ओमिक्रॉन के लक्षण बड़ों से अलग हो सकते हैं.
ओमिक्रॉन के सबसे आम लक्षण नाक बंद होना, गले में खराश या चुभन, सूखी खांसी और पीठ के निचले हिस्से में दर्द हैं.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, ओमिक्रॉन कुछ बच्चों में अलग तरीके से व्यवहार कर रहा है. इससे संक्रमित कुछ बच्चों में काली खांसी देखने को मिल रही है.
इसे बार्किंग कफ भी कहते हैं, क्योंकि इसमें सांस लेते समय घरघराने या भौंकने जैसी आवाज आती है.
'बच्चों में क्रूप खांसी ज्यादा देखने को मिल रही है. इसमें फेफड़ों में नहीं बल्कि ऊपरी वायुमार्ग में सूजन होती है.
Pic Credit: imouniroy Instagramकुछ बच्चों में मल्टीसिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम की समस्या भी देखने को मिल रही है. इसे MIS-C भी कहा जाता है.
इसमें शरीर के अलग-अलग अंगों जैसे हार्ट, फेफड़े, रक्त नलिकाओं, किडनी, पाचन तंत्र, मस्तिष्क, त्वचा या आंखों में सूजन हो सकती है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, कोविड के सामान्य लक्षणों में से कई लक्षण ओमिक्रॉन में कॉमन नहीं हैं.
डेल्टा और अल्फा वेरिएंट में सुगंध और स्वाद की कमी जैसे लक्षण देखे थे लेकिन ओमिक्रॉन में ये लक्षण नहीं पाए जा रहे हैं.
स्टडीज के अनुसार ओमिक्रॉन से गंभीर और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी अन्य वैरिएंट्स की तुलना में कम है.