02 Oct 2024
Credit: Freepik
सपने आना स्वाभाविक है. कभी अच्छे सपने आते हैं तो कभी बुरे. लेकिन रोजाना आपको बुरे सपने आते हैं तो इसे नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए.
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बैड ड्रीम के कई साइकोलॉजिकल कारण हैं, जिसे समझना जरूरी है. इस तरह से सपनों का आपकी नींद पर नकारात्मक असर पड़ता है, यही नहीं यह आपके मानसिक तनाव को भी बढ़ा सकता है.
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एक्सपर्ट के मुताबिक, आमतौर पर बैड ड्रीम मनोवैज्ञानिक कारक जैसे तनाव, चिंता, आघात, जीवन में बड़े बदलाव, अवसाद और अनसुलझे भावनात्मक मुद्दों से प्रेरित होते हैं.
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ये भावनाएं सपनों में परेशान करने वाली छवियों के रूप में प्रकट हो सकते हैं. आइये जानते हैं, इनसे कैसे निपटा जा सकता है.
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बिस्तर पर जाने से पहले तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मसल्स रिलैक्सेशन की प्रैक्टिस कर सकते हैं.
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सोने और जागने का एक समय तय करें और उसी वक्त सोएं और जागें. इससे आपकी स्लीप क्वालिटी बढ़ेगी.
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बार-बार खास तरह के सपने आने पर जागने के तुरंत बाद अपने सपनों को लिखें. इससे आप अपने सपनों का विश्लेषण कर पाएंगे.
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बुरे सपने अगर किसी दर्दनाक अनुभव से जुड़े हैं तो ट्रॉमा फोक्सड थेरेपीज लें. इससे स्थिति में सुधार होगा.
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