29 Apr 2025
उम्र बढ़ने से साथ ही हमारे शरीर के अंदर बोन डेंसिटी कम होने लगती है. इस समस्या का सामना महिलाओं को सबसे ज्यादा करना पड़ता है.
बोन डेंसिटी कम होने से ऑस्टियोपोरोसिस, अर्थराइटिस, जोड़ों से कट-कट की आवाज आना या मांसपेशियों कमजोर हो जाने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. या फिर ज्वॉइंट्स के अंदर मौजूद कार्टिलेज का घिस जाना या ज्वॉइंट्स के अंदर की चिकनाई कम हो जाना या खत्म हो जाना.
तो अगर आप इस समस्या से दूर रहना चाहते हैं या अगर आपको ये समस्या हो रही है और आप इसे रिवर्स करना चाहते हैं तो हम आपको कुछ टिप्स देने जा रहे हैं. हड्डियों की हेल्थ के लिए कैल्शियम काफी जरूरी माना जाता है.
हमारी हड्डियों में पुरानी कोशिकाएं टूटती रहती है और नई कोशिकाओं का निर्माण होता रहता है. नई कोशिकाओं को बनाने के लिए कैल्शियम बहुत ज्यादा जरूरी होता है.
डाइट में कैल्शियम को जरूर शामिल करें. आपको रोजाना एक हजार मिलीग्राम कैल्शियम लेना चाहिए. हड्डियों की अच्छे स्वास्थ्य के लिए कैल्शियम आवश्यक है, जिसे दूध, योगर्ट, हरी पत्तेदार सब्जियों, बीन्स, नट्स और सीड्स से प्राप्त किया जा सकता है.
कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन डी3 और के2 भी महत्वपूर्ण हैं, जो कैल्शियम के अवशोषण और बोन सेल्स के निर्माण में मदद करते हैं.
मैग्नीशियम और जिंक भी हड्डियों की घनत्व बनाए रखने में सहायक होते हैं. वजन को सही स्तर पर बनाए रखना हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, क्योंकि ज्यादा वजन बढ़ने या कम होने पर भी हड्डियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
वेट ट्रेनिंग और रेजिस्टेंस एक्सरसाइज हड्डियों की मजबूती में सहायक होती हैं, क्योंकि ये बोन मास बढ़ाने में मदद करती हैं.
यह एक सामान्य जानकारी है. किसी भी सप्लीमेंट को डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से जरूर परामर्श कर लें.