18 Aug 2025
पीसीओडी एक हार्मोनल डिसबैलेंस की स्थिति है, जिससे महिलाओं के शरीर में कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जैसे वजन बढ़ना, पिम्पल्स, हेयर रिलेटेड इश्यूज, और पीरियड्स का रेगुलर ना होना.
अगर सही डाइट और लाइफस्टाइल अपनाई जाए तो इस स्थिति को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है.
सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि पीसीओडी हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस होती है. इसलिए, ऐसे फूड्स से बचना चाहिए जो ब्लड ग्लूकोज को तेजी से बढ़ाते हैं.
ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स जैसे कि पराठा, ब्रेड, पास्ता, पिज़्ज़ा आदि. इनकी जगह आप इडली, दलिया, ओट्स जैसी चीजें खा सकते हैं.
पैकेट वाले फ्रूट जूस और शक्कर युक्त ड्रिंक्स में शुगर काफी ज्यादा होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाकर हार्मोनल बैलेंस बिगाड़ सकती है. इसके बजाय ताजा फल खाएं या नींबू पानी जैसे ऑप्शन अपनाएं.
हाई फैट डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे फुल क्रीम दूध, मख्खन आदि से बचें और इसके स्थान पर स्किम्ड या टोंड मिल्क का इस्तेमाल करें.
फास्ट फूड और फ्राइड आइटम्स जैसे पकौड़े, समोसे, बेकरी आइटम्स जो ज्यादा तेल, शक्कर और बटर से बनते हैं, इन्हें कम करें क्योंकि ये वजन बढ़ाने और इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ावा देते हैं.
शक्कर और प्रोसेस्ड फूड हार्मोनल बैलेंस बिगाड़ने के साथ-साथ शरीर में इंफ्लेमेशन भी पैदा करते हैं.
अपनी डाइट में हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, और पौष्टिक प्रोटीन शामिल करें. दिन में थोड़ा-थोड़ा लेकिन नियमित मात्रा में भोजन करें ताकि ब्लड शुगर स्थिर रहे.
हल्की एक्सरसाइज को अपने रूटीन में शामिल करें, इससे वजन कंट्रोल में मदद मिलेगी और हार्मोन संतुलित रहेंगे. अगर वजन ज्यादा है तो वजन कम करना पीसीओडी के इलाज में मददगार होगा.