डायबिटीज में सबसे ज्यादा होती है ये दिक्कत,  काम करना बंद कर देता है शरीर का ये अंग

By Aajtak.in

दुनियाभर में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हो रही है. डायबिटीज का एक मुख्य कारण खराब लाइफस्टाइल और बढ़ता हुआ वजन है.

डायबिटीज

डायबिटीज होने पर शरीर में इसके कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जैसे बहुत ज्यादा प्यास लगना, सामान्य से ज्यादा पेशाब आना, थकान,  साफ ना दिखाई देना आदि.

डायबिटीज के लक्षण

डायबिटीज होने पर एक और लक्षण जो हमारे शरीर में दिखाई देता है वो है फ्रोजन शोल्डर.

डायबिटीज के मरीजों में फ्रोजन शोल्डर का खतरा 10 से 20 फीसदी होता है और दोनों ही कंधों में इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

फ्रोजन शोल्डर को  एडहेसिव कैप्सूलाइटिस भी कहा जाता है,  इसमें कंधे के ज्वॉइंट्स में अकड़न और दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है. फ्रोजन शोल्डर के संकेत और लक्षण काफी धीरे-धीरे दिखने शुरू होते हैं और समय के साथ ही दर्द काफी ज्यादा बढ़ जाता है. 

क्या है फ्रोजन शोल्डर

आमतौर पर, फ्रोजन शोल्डर की समस्या का सामना 40 से 60 साल की उम्र के बीच किया जाता है. महिलाओं को इस समस्या का सामना काफी ज्यादा करना पड़ता है. 

इसके मुख्य लक्षण कंधे में दर्द और सही तरह से काम ना करना है. फ्रोजन शोल्डर के कारण व्यक्ति को अपने रोजाना के काम करने में भी काफी दिक्कत होती है. इससे कई बार इलाज में दिक्कत आती है.  

फ्रोजन शोल्डर के लक्षण

कंधे के ज्वॉइंट्स  के बाहर एक कैप्सूल होता है, फ्रोजन शोल्डर में यह कैप्सूल सख्त या स्टिफ होने लगता है, जिससे कंधे की गति काफी कम हो जाती है.  

फ्रोजन शोल्डर के कारण

फ्रोजन शोल्डर का सबसे आम कारण शोल्डर में चोट लगना, आर्म टूटना या स्ट्रोक के बाद कंधे में मूवमेंट का बंद हो जाना है. अगर चोट के कारण आप कंधे को नहीं हिला पा रहे हैं तो इसके लिए अपने डॉक्टर से बात करें और उनसे कुछ एक्सरसाइज का पूछें.  

कैसे बचें फ्रोजन शोल्डर से