29 Sep 2024
कम्पेयर करना यानी किसी दूसरे व्यक्ति से खुद की तुलना करना आपकी मेंटल हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
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आजकल सोशल मीडिया का जमाना है, जिसकी वजह से लोगों में तुलना की भावना ज्यादा बढ़ रही है. लोग अपनी उपलब्धियों को सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं, जिसे देखकर दूसरों के मन में कंपैरिजन और ईर्ष्या के भाव उत्पन्न होने लगते हैं.
आज हम आपको बताएंगे कि कंपैरिजन की आदत से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है.
किसी तरह की उपलब्धि ही सक्सेस को मापने का एक पैमाना नहीं है. इसलिए आप दूसरों से तुलना करने की जगह अपनी कार्यक्षमता और स्किल्स पर ध्यान दें. वो काम करें, जिन्हें करने से आपको खुशी महसूस होती है.
आप के पास जो भी कई लोगों के पास उतना भी नहीं होता. इसलिए आपके पास जो है, उसके लिए शुक्रगुजार रहें और ऐसे काम करें, जिनसे आपको संतुष्टि मिले.
अगर आप कई प्रयास करने के बाद भी अपना तुलना करने वाला स्वभाव नहीं छोड़ पा रहे हैं, तो किसी अच्छे मनोचिकित्सक से सलाह लें.