08 Aug 2025
कुछ खाने की चीजों में प्यूरीन नामक कंपाउंड होता है, जिसे बॉडी जब ब्रेकडाउन करती है तो यूरिक एसिड बनता है, जो आमतौर पर किडनी के माध्यम से बाहर निकल जाता है.
अगर यूरिक एसिड ज्यादा बनता है या किडनी इसे ठीक से बाहर नहीं निकाल पाती, तो यह शरीर में जमा हो जाता है जिसे हाइपर यूरिसीमिया कहते हैं.
इससे गाउट जैसी समस्या हो सकती है, जिसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और इन्फ्लेमेशन होता है. ज्यादा यूरिक एसिड किडनी स्टोन या किडनी फेलियर का भी कारण बन सकता है.
यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करने के लिए डाइट, मेडिकेशन, हेल्दी वेट और लाइफस्टाइल जरूरी हैं. हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें यूरिक एसिड बढ़ने पर नहीं खाना चाहिए.
हाई फ्रुक्टोज फूड्स: फ्रुक्टोज प्यूरीन में बदल जाता है, जिससे यूरिक एसिड बढ़ता है. इसमें वाटरमेलन, मैंगो, ग्रेप्स, एप्पल, ज्यादा पके केले और हनी आते हैं. प्रोसेस्ड फूड, कोल्ड ड्रिंक्स और जूस भी फ्रुक्टोज की वजह से खतरा बढ़ाते हैं. इसलिए इन्हें सीमित मात्रा में लेना चाहिए.
अल्कोहल: खासकर बियर में प्यूरीन बहुत ज्यादा होता है, जो यूरिक एसिड लेवल्स को बढ़ाता है और किडनी पर असर डालता है. इसलिए शराब से बचना चाहिए, साथ ही शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है.
रेड मीट और ऑर्गन मीट: रेड मीट, किडनी, लिवर, ब्रेन जैसे ऑर्गन मीट्स में हाई प्यूरीन होता है जो यूरिक एसिड बढ़ाता है. इनकी बजाय लीन मीट जैसे चिकन ब्रैस्ट, पोल्ट्री या फिश लिया जा सकता है.
दाल और बीन्स: छोले, चने, राजमा जैसी दालों में भी प्यूरीन होता है. शाकाहारी लोगों के लिए अगर यूरिक एसिड ज्यादा है तो इन्हें सीमित मात्रा में लेना चाहिए, और जरूरत पड़ने पर कुछ समय के लिए कम करना चाहिए, लेकिन पूरी तरह से खत्म करने की जरूरत नहीं.
कुछ सब्जियां: मशरूम, फूलगोभी, हरे मटर जैसी सब्जियां कम मात्रा में प्यूरीन वाली हैं. यूरिक एसिड की समस्या में इन्हें भी सीमित मात्रा में लेना चाहिए. डाइट के अलावा लाइफस्टाइल में बदलाव जैसे हाइड्रेटेड रहना, रेगुलर एक्सरसाइज करना, स्ट्रेस कम करना और हेल्दी फूड खाना जरूरी है.