व्हिस्की, रम, वोदका, ब्रांडी जिन, बीयर, वाइन आदि, शराब की कई वैरायटी होती हैं.
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पीने के शौकीन नशा, हैंगओवर और टेस्ट के हिसाब से अपनी पसंदीदा शराब चुन लेते हैं. हालांकि, अवसर के मुताबिक अलग-अलग शराब चुन ली जाती हैं.
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सर्दियां आते ही लोग रम की बोतल लेना पसंद करते हैं. वहीं, गर्मियों में चिल्ड बीयर का कैन उठा लिया जाता है. वाइन, व्हिस्की, ब्रांडी के भी अपने शौकीन हैं.
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अगर आपसे इन सभी में अंतर पूछा जाए को शायद आप इन्हें पीने का तरीका और टेस्ट में अंतर बता देंगे. लेकिन क्या आप इस सभी के बीच का सही अंतर पहचानते हैं?
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व्हिस्की को गेहूं, जौ आदि अनाजों को फर्मेंट करके बनाया जाता है. इसमें एल्कोहोल की मात्रा भी अच्छी खासी होती है. हालांकि यह अलग-अलग ब्रांड पर भी डिपेंड करता है.
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वोदका आलू से निकलने वाले स्टार्च को फर्मेंट और डिस्टिल्ड करके बनाई जाती है साथ ही इसको अनाज और शीरे से बनाया जाता है. मार्केट में इसके एप्पल, क्रेनबेरी समेत कई फ्लेवर आते हैं.
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गन्ने को फर्मेंट करके रम तैयार की जाती है. सर्दियों में लोग इसे पीना ज्यादा प्रिफर करते हैं. इसमें एल्कोहल की मात्रा 40 से 70 फीसदी तक जाती है.
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बीयर को ठंडा यानी चिल्ड पिया जाता है. इसे फल और साबुत अनाज के रस से बनाया जाता है. बाकी शराब के मुकाबले इसमें एल्कोहल की मात्रा सबसे कम होती. यानी कि 7 से 8 प्रतिशत.
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यह भी लिकर का एक प्रकार है. यह मैक्सिन agave प्लांट से बनाई जाती है. इसमें एल्कोहल की मात्रा 40 फीसदी तक होती है.
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जिन बनाने के लिए भी ग्रेन को फर्मेंट किया जाता है लेकिन इसके डिस्टिलेशन के लटाइम उसमें जुनिपर बेरीज डाले जाते हैं. इसके अलावा भी कई बोटैनिकल को डाला जाता है.
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ग्रेप जूस को फर्मेंट करके रेड वाइन तैयार की जाती है. पीने वालों में रेड वाइन पीने के शौकीनों का अलग ग्रुप होता है. इसके लिए अंगूरों को कुचलकर कई समय तक बैरल में रखा जाता है. तय समय के लिए इन्हें फर्मेंट किया जाता है.
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पार्टियों में अक्सर आपने शैंपेन की बोतल खोलते देखा होगा. बता दें कि यह एक तरह की स्पर्क्लिंग वाइन होती है.
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(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)