पार्टी में टकीला और वोदका, दोनों के ही शॉर्ट्स मारे जाते हैं. आज साथ लगाले मेरे दो टकीला शॉर्ट्स...यह गाना भी आपने जरूर सुना होगा.
टकीला और वोदका दिखने में बिल्कुल एक समान हैं और दोनों के ही शॉर्ट्स लगाए जाते हैं, फिर यह एक दूसरे से अलग क्यों हैं?
दरअसल, टकीला और वोदका दोनों ही शराब पेय हैं. तो आइए आसान शब्दों में समझते हैं कि टकीला और वोदका में क्या अंतर है?
पहले तो यह जान लीजिए कि टकीला और वोदका सबसे अधिक पीए जाने वाली वाली हार्ड शराब में से एक हैं. वोदका में अल्कोहल की मात्रा 40% और टकीला में 50 प्रतिशत होती है इसीलिए इन्हें हार्ड ड्रिंक कहा जाता है.
टकीला एक प्रकार की स्पिरिट है, जिसका उत्पादन मुख्य रूप से मेक्सिको में किया जाता है, क्योंकि यहां का वातावरण टकीला बनाने के अनुकूल है.
टकीला ब्लू एगेव नाम के कांटेदार पौधों से तैयार किया जाता है, जो मेक्सिको में पाया जाता है. इस पौधे को टकीला एगेव या कैक्टि के नाम से भी जाना जाता है.
वहीं, वोदका भी एक तरह की स्पिरिट है जो स्पिरिट और पानी से तैयर होती है. यह सबसे पहले रूस और पोलैंड में बनाई गई थी. हालांकि, अब कई देशों में अपनी जगह बना चुकी है.
वोदका गेहूं जैसे अनाज से निकाला जाता है, लेकिन इसे आलू जैसी चीज़ों से भी बनाया जा सकता है. यह स्पिरिट कैटगरी में काफी मशहूर है.
टकीला जिस पौधे से बनाया जाता है वह सिर्फ मैक्सिकों या इसके आस-पास के इलाकों में ही मिलता है. वहीं, वोदका को अनाजों से तैयार करके कहीं भी बनाया जा सकता है.
टकीला में शुगर की मात्रा वोदका के मुकाबले ज्यादा पाई जाती है. माना जाता है कि इसीलिए टकीला का हैंगओवर वोदका से ज्यादा हार्ड होता है.
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(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)