तरबूज खराब है या सड़ गया है, खरीदते वक्त इन तरीकों से करें पता

तरबूज में भरपूर मात्रा में पानी पाया जाता है. साथ ही तरबूज विटामिन सी, पोटेशियम, तांबा, विटामिन बी5 और विटामिन ए का अच्छा स्रोत है.

गर्मी में हाइड्रेटेड रहने के लिए एक्सपर्ट्स इसे खाने की सलाह देते हैं. हालांकि, कई बार ऐसा होता है कि जिस तरबूज को फ्रेश समझकर बाजार से लेकर आए हैं, वह खराब निकल जाता है

कई बार तो ऐसा होता है कि तरबूज खराब है कि नहीं, यह खुली आंखों से भी पहचानना मुश्किल होता है.

 हम आपको कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं जिससे तरबूज कितना खराब हो चुका है, ये खरीदते वक्त या खाने से पहले ही पता चल जाएगा.

तरबूज के ऊपरी परत पर  फफूंद या गहरे रंग के काले या सफेद धब्बे दिख रहे हैं तो समझ जाएं कि तरबूज या तो खराब हो गया है या खराब होने की स्थिति में है.

अगर तरबूज खराब नहीं हुआ है तो उसकी महक ताजी होगी. यदि तरबूज की गंध तीखी या खराब आ रही है तो उसे खाना बिल्कुल भी सही नहीं है.

आपने तरबूज दो हिस्सों में काट लिया है. उसपर खूब क्रैक के निशान है, तो समझ जाएं कि आपका तरबूज हद से ज्यादा पक गया है.

ऐसे तरबूज को तुरंत खा लें. एक-दो दिन की देरी पर यह सड़ने लगेगा.

तरबूज के गूदे पर कैविटी जैसे काले-काले धब्बे दिखने शुरू हो गया है तो इसे ना खाना ही बेहतर है. दरअसल, तरबूज के सड़ने की शुरुआत हो गई है.

अधिक पका तरबूज धीरे-धीरे सूखना शुरू हो जाता है. इसके अंदर का लाल रंग से यह दुधिया रंग में तब्दील होने लगता है. अगर ऐसा हो रहा है तो तरबूज खराब हो चुका है.

 यदि आपके तरबूज का छिलका फीका पड़ने लगा है. उसकी धारियां मिटने लगी है  तो समझ जाएं कि तरबूज खराब हो रहा है, खाने लायक नहीं है.