11 AUG 2025
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मखाना हेल्दी और कम कैलोरी और हाई फाइबर वाला स्नैक है और वेट लॉस करने वाले लोग इसका अधिक सेवन करते हैं.
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मखाने से पेट भरा रहता है और बार-बार लगने वाली भूख की क्रेविंग कम होती है जिससे वजन कम करने में भी मदद मिल सकती है.
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न्यूट्रिशनिस्ट दीप्ति खटूजा ने इंस्टाग्राम पर वीडियो में बताया, 'मखाने को भूनने से पहले उसे काटने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे हम देख सकते हैं कि इसमें कोई कीड़ा तो नहीं है.'
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न्यूट्रिशनिस्ट भव्या मुंजाल ने बताया, 'ये सफेद मेवे खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बेहतर बनाने के लिए जाने जाते हैं जिससे हार्ट हेल्थ को बढ़ावा मिलता है.'
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'भले ही वजन घटाने के साथ-साथ मखाना खाने से हार्ट से जुड़ी परेशानियों से भी राहत मिलती है. लेकिन कुछ लोगों को मखाना से परहेज करना चाहिए या खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.'
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बेंगलुरु के एस्टर सीएमआई हॉस्पिटल की क्लिनिकल न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स की हेड डॉ. एडविना राज ने बताया कि किन लोगों को मखाना नहीं खाना चाहिए.
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जिन लोगों को गुर्दे की पथरी हो या पहले रही हो. उन लोगों को खासकर से मखाना नहीं खाना चाहिए. दरअसल, मखाने में ऑक्सलेट होता है जो किडनी स्टोन बढ़ा सकता है.
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कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण मखाना अच्छा नाश्ता है, लेकिन अन्य कार्बोहाइड्रेट इससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को परहेज करना चाहिए.
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जिन लोगों को मेवों और बीजो से एलर्जी हैं, उन्हें मखाने नहीं खाने चाहिए. डॉक्टर ने कहा, इन लोगों को खुजली और पित्त जैसे हल्के लक्षणों से लेकर एनाफिलेक्सिस जैसी गंभीर रिएक्शन तक हो सकते हैं.
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