टैपिओका और साबूदाना दोनों दिखने में बिल्कुल एक जैसे लगते हैं यकीनन इन दोनों को देखकर कोई फर्क का पता नहीं लगा सकता.
कमाल की बात यह है कि दोनों चबाने में भी एक जैसे लगते हैं क्योंकि दोनों के अंदर स्टार्च की मात्रा अधिक होती है.
इन दोनों को देखकर हर कोई धोखा खा जाता है. कुछ लोग टैपिओका को ही साबूदाना समझते हैं लेकिन असल में ऐसा नहीं है. आइए जानते हैं क्यों-
साबूदाना मेट्रोज़ाइलॉन पाम के तने से निकाला जाता है. पहले इस पेड़ के तने को बीच से लंबाई में काटा जाता है.
इसके बाद तने के अंदर पाए जाने वाले गूदे को इकट्टा करके अच्छी तरह गूंथा जाता है, जिससे काफी सारा स्टार्च बनता है.
निकले हुए स्टार्च को पानी में स्टोर किया जाता है फिर इससे साबूदाना बनाया जाता है.
Tapioca Pearls को Tapiocs balls भी कहा जाता है.
कसावा पेड़ की जड़ों में पाए जाने वाले स्टार्च से Tapioca Balls बनाई जाती हैं.
कई लोग महंगे साबूदाना की बजाए सस्ता मिलने वाला Tapioca Balls यूज़ करते हैं.
बबल टी में Tapioca Pearls के इस्तेमाल के बाद यह बोबा नाम से भी कहलाने लगे.