दुनिया भर के व्हिस्की पीने वालों के बीच आज भी एक बड़ी बहस का मुद्दा है कि इसमें बर्फ डालें कि नहीं.
एक्सपर्ट्स भी यही कहते हैं कि व्हिस्की के स्वाभाविक फ्लेवर के एहसास के लिए इसे 'नीट' पीना ही बेस्ट है.
हालांकि, आम लोग बर्फ या पानी बिना व्हिस्की को हलक से उतारने की कल्पना तक नहीं कर सकते.
शराब में बर्फ डालना इतना कॉमन है कि 'ऑन द रॉक्स' जैसे शब्द युग्म पीने वालों की डिक्शनरी का हिस्सा बन चुके हैं.
'ऑन द रॉक्स' यानी ढेर सारी बर्फ के साथ व्हिस्की परोसा जाना. गिलास को आधा बर्फ से भर दिया जाए और उस पर ऊपर से व्हिस्की डाली जाए.
बर्फ डालने के लिए रॉक्स या पत्थर का जिक्र क्यों? 9वीं से 11वीं शताब्दी तक अस्तित्व में रहे वाइकिंग योद्धा अपनी शराब की कड़वाहट दूर करने और उसे ठंडा रखने के लिए उसमें नदी के पत्थर डालते थे.
बाद में स्कॉटलैंड के किसानों की वजह से 'स्कॉच ऑन द रॉक्स' का चलन आया. बहुत पहले स्कॉटिश लोग अपनी व्हिस्की को ठंडा करने के लिए नदियों या झीलों में पड़े ठंडे पत्थरों का इस्तेमाल करते थे.
ज्यादा पानी मिलाना व्हिस्की के फ्लेवर को बर्बाद कर सकता था, इसलिए इसे ठंडा करने के लिए पत्थर बेहतर विकल्प थे. आधुनिक समय में व्हिस्की में बर्फ मिलाने का चलन अमेरिकी माना जाता है.
व्हिस्की में बर्फ डालने का चलन कैसे दुनिया भर में छा गया? वाइन एक्सपर्ट ऐसा करने से मना क्यों करते हैं? व्हिस्की में बर्फ डालें या ना डालें? जानने के लिए नीचे क्लिक करें.