Red label और Black Label Whiksy में क्या है सही और सटीक अंतर, 10 लाइन में समझिए!

06 Nov 2023

जॉनी वॉकर ब्रांड की रेड लेबल और ब्लैक लेबल बेस्ट सेलिंग स्कॉच व्हिस्की में गिनी जाती हैं.

Red Label vs Black Label

Credit: Getty Images

रेड लेबल और ब्लैक लेबल दोनों ही स्कॉच व्हिस्की हैं, एक ही ब्रांड की हैं, एक दूसरे की कीमत में भी थोड़ा ही फर्क है तो आखिर इनमें अंतर क्या है?

Credit: Getty Images

दोनों एक दूसरे से इतनी मिलती जुलती हैं फिर दोनों को अलग-अलग क्यों बनाया गया है? यह सवाल किसी के भी जहन में आ सकता है तो आइए जानते हैं रेड लेबल और ब्लैक लेबल में क्या है अंतर.

सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि सभी स्कॉच, सिंगल माल्ट/ब्लेंडेड माल्ट/ब्लेंडेड व्हिस्की, कम से कम 3 वर्ष पुरानी होनी आवश्यक है.

रेड लेबल व्हिस्की पर यह नहीं लिखा होता कि उसे कितने सालों तक फर्मेंट किया गया है. इसीलिए यह मान लिया जाता है कि इसकी न्यूनतम उम्र 3 साल तो है ही.

Credit: Getty Images

वहीं, ब्लैक लेबल पर साफ लिखा होता कि उसे 12 साल फर्मेंट करके रखा गया है और फिर बोतल में डाला गया है. इसकी बोतल पर लिखा आता है 12 Years.

Credit: Getty Images

रेड लेबल में शहद, वनीला, खुबानी फल, स्टार फ्रूट की खुशबू आती है. वहीं, ब्लैक लेबल में शहद, वनीला, नाशपाती, ओक पेड़, अनाज की खुशबू आती है.

Credit: Getty Images

ब्लैक लेबल स्कॉच व्हिस्की की खुशबू थोड़ी मीठी और फ्रूटी होती है वहीं, रेड लेबल की खुशबू ब्लैक लेबल के मुकाबले थोड़ी लाइट होती है.

Credit: Getty Images

स्वाद में देखा जाए तो, रेड लेबल और ब्लैक का स्वाद इस्तेमाल होने वाली सामग्री और कितने साल इन्हें फर्मेंट क्या गया है इसपर निर्भर करता है. रेड लेबल को ब्लैक लेबल से थोड़ा कड़वा माना जा सकता है.

Credit: Getty Images

रेड लेबल के मुकाबले ब्लैक लेबल का स्वाद थोड़ा हल्का और फ्रूटी होता है. इसका फ्लेवर ज्यादा रिच माना जाता है.

Credit: Getty Images

(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)

Credit: Getty Images