चींटी की चटनी, मेंढक का पैर.... इन 5 फूड्स को खाने के लिए भूख के साथ चाहिए जिगर

भारत में संस्कृति और परंपराओं की जितनी विभिन्नता देखी जाती है, उतनी ही वैरायटीज यहां के फूड्स में भी दिखती है.

यहां के खानपान की संस्कृति में कई अजीबोगरीब डिशेज भी नजर आते हैं. इन्हें खाने के लिए आपको खूब हिम्मत चाहिए होगी.

हम आपको यहां ऐसे ही 5 इंडियन फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें खाने से पहले आपको 2 से 3 बार सोचना पड़ेगा.

छत्तीसगढ़ के बस्तर और ओडिशा के मयूरगंज में लाल चींटियों को पीसकर और कूटकर बनी चटनी खाई जाती है. 

इस चटनी को भारत सरकार की तरफ से जीआई टैग भी मिल चुका है. इसे खाने से आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है.

नागालैंड में घोंघे से बना  स्टू और स्टीम्ड हॉर्नेट लार्वा बहुत शौक से खाया जाता है. इसे भारत की सबसे अजीबोगरीब डिशेज में से एक माना जाता है.

सिक्किम के लेप्चा समुदाय के लोग फ्रॉग लेग यानी मेंढक के पैर से बने डिश का सेवन करते हैं. इसे काफी पोषक तत्वों वाला फूड माना जाता है.

इरी पोलू असम का बहुत ही मशहूर फूड है. इसे रेशम के कीड़े से बनाया जाता है.

 दोह-खलीह नाम का यह डिश मेघालय में खाया जाता है. ये डिश सूअर के मांस और प्याज़ की सलाद में गार्निश कर पकाया जाता है.