फलहारी खाने में लोग साबूदाने की टिक्की, पापड़, खिचड़ी और तरह-तरह की स्वादिष्ट चीजें बनाकर खाते हैं.
बाजार में साबूदाने में कई तरह की मिलावट की जाने लगी है.
मिलावटी या नकली साबूदाने का सेवन आपकी सेहत को बिगाड़ सकता है.
व्रत में साबूदाना का सेवन करने से पहले यह जानना जरूरी है कि वह असली है या नकली.
आइए जानते हैं कुछ ऐसे तरीके जिनसे आप मिलावटी साबूदाने की पहचान कर पाएंगे.
नकली साबूदाने दिखने में चमकदार पॉलिश किए हुए लगते हैं जबकि असली का रंग थोड़ा फीका होता है.
साबूदाना मुंह में रखकर चबाने से अगर किरकिरा महसूस हो तो यह नकली है.
मुंह में रखकर चबाने से अगर साबूदाना सॉफ्ट लगे और वह घुलने लगे तो इसमें मिलावट नहीं की गई है.
नेचुरल साबूदाना दातों पर थोड़ी देर बाद चिपकने लगता है.
साबूदाना आग में डालने पर अगर फूल जाता है तो वह असली है.
अगर साबूदाना आग में डालने पर थोड़ी देर बाद राख बन जाए तो वह मिलावटी है.
असली साबूदाना जलने पर खुशबू आने लगेगी औऱ मिलावटी से धुआं निकलने लगेगा.