Liquor शब्द आपने कई बार सुना और कई जगह लिखा होगा. लिकर का सीधा-सीधा मतलब शराब से समझा जाता है, जो है भी लेकिन इसमें थोड़ा सा ट्विस्ट है.
असल में सभी शराब को Liquor नहीं कहा जाता. हालांकि इसकी परिभाषा है कि इसका उत्पादन अनाज, फल या चीनी जैसी चीजों को डिस्टल फर्मेंट करके बनाया जाता है.
रम, व्हिस्की, वाइन, वोदका, गोवा की फेनी, ताड़ी सभी liquor कहलाती हैं.
वहीं, Liquor के अलावा एक Liqueur शब्द भी होता है. अगर आप गौर करें तो कई शराब पर यह शब्द भी लिखा होता है. तो आखिर इसका मतलब क्या होता है. आइए जानते हैं-
Liqueurs में भी Liquor का बेस होता है. Liqueur को बनाने के लिए अल्कोहल को फलों, नट्स, मसालों, जड़ी-बूटियों आदि से सुगंधित करके बनाया जाता है.
Liqueurs बनाने के लिए कॉफी या चॉकलेट का प्रयोग भी किया जाता है. इस तरह की शराब थोड़ी मीठी होती है, इस कैटगरी में स्ट्रॉन्ग शराब नहीं आती.
कॉकटेल और अन्य ड्रिंक बनाने के लिए Liqueur को आमतौर पर हार्ड Liquor के साथ थोड़ी मात्रा में मिक्स किया जाता है.
Liqueur यानी की फ्लेवर वाली शराब जिसमें अल्कोहल की मात्रा कम होती है.
चम्बोर्ड और कॉन्ट्रेयू जैसे फलों के शराब, फ्रेंजेलिको और डिसारोनो जैसे नट शराब, एनीसेट और पास्टिस जैसे लिकोरिस शराब, चार्टरेस और ड्राम्बुई जैसे जड़ी बूटी और मसाला शराब आदि Liqueur के उदाहरण हैं.
(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)