व्हिस्की के नाम पर रम तो नहीं पी रहे आप? ऐसे कर लें सही पहचान

08 Dec 2023

व्हिस्की और रम दोनों अलग-अलग किस्म की शराब हैं. एक अनाज को फर्मेंट करके तैयार होती हैं दूसरे गन्ने को फर्मेंट करते तैयार की जाती है.

जरूरी नहीं कि जिसे आप व्हिस्की समझ कर पी रहे हों वह व्हिस्की ही हो. आइए जानते हैं ऐसा क्यों.

भारत में अंग्रेजी शराब को इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL) कहते हैं. इस श्रेणी में बिक रही बहुत सारी व्हिस्की असल में रम है.

आपको जानकर हैरानी होगी पर असल में यही सच है. सबसे पहले तो यह जान लीजिए रम को बनाने में शीरे का इस्तेमाल होता है, इंटरनेशल परिभाषा इसकी यही है.

इंटरनेशनल मानकों के मुताबिक, व्हिस्की तैयार करने में मॉल्टेड ग्रेन का इस्तेमाल होना चाहिए, शीरा नहीं.

IMFL की श्रेणी में आने वाली अधिकतर व्हिस्की शीरे से तैयार की जाती हैं, इसके बाद इसमें कोई महंगी स्कॉच व्हिस्की थोड़ी मात्रा में मिलाकर फाइनल प्रोडक्ट तैयार किया जाता है.

इससे साफ पता चलता है कि IMFL की श्रेणी में आने वाली व्हिस्की या तो रम है या देसी शराब लेकिन ऑरिजनल और ऑथेंटिंक व्हिस्की तो नहीं है.

दरअसल, भारत में व्हिस्की बनाने के लेकर कोई सख्त रूल नहीं है. यहां ग्लोबल लेवल पर तय स्टैंडर्ड का पालन करने की कानूनी बाध्यता नहीं है.  

वाइन एक्सपर्ट्स कहते हैं कि व्हिस्की के अलावा ब्रांडी, जिन, वोदका आदि के बहुत सारे भारतीय वर्जन भी अंतरराष्ट्रीय मानकों के उलट इसी शीरे से तैयार किए जाते हैं.

(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)