शैंपेन के साथ करने जा रहे हैं पार्टी? भूलकर भी न करें ये काम
बड़ी हस्तियों को हम सबने कभी न कभी शैंपेन की बोतल ओपन करके जश्न मनाते हुए जरूर देखा होगा.
एक वक्त था, जब शैंपेन स्टेटस सिंबल हुआ करता था और इसे खरीदना आम लोगों के बस की बात नहीं थी.
शैंपेन वाले जश्न की परंपरा अब उच्च मध्यमवर्गीय परिवारों और सार्वजनिक कार्यक्रमों का भी हिस्सा बन रही है.
हालांकि, शैंपेन खरीद लेने भर से आपके सेलिब्रेशन की तैयारियां पूरी नहीं होंगी. आपको कुछ मूलभूत बातें समझनी होंगी.
ऐसा न होने पर न केवल आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है, बल्कि लोगों के बीच किरकिरी होने का खतरा भी है.
एक अहम बात ये है कि सभी शैंपेन एक किस्म की स्पार्कलिंग वाइन हैं, लेकिन सभी स्पार्कलिंग वाइन को शैंपेन नहीं कह सकते.
वो स्पार्कलिंग वाइन, जिसका निर्माण फ्रांस की राजधानी पेरिस के बाहरी इलाके 'शैंपेन रीजन' में हुआ हो, शैंपेन कहलाती है.
यानी फ्रांस के 'शैंपेन रीजन' में कुछ प्रक्रियाओं से बनी स्पार्कलिंग वाइन ही शैंपेन कहला सकती है.
शैंपेन उत्पादन की मात्रा सीमित है और यह महंगी है इसलिए पूरी दुनिया में इसके विकल्प के तौर पर स्पार्कलिंग वाइन इस्तेमाल होती है.
जिनके लिए शैंपेन महंगी है, वे सेलिब्रेशन में सस्ते विकल्प के तौर पर 'स्पार्कलिंग वाइन' भी इस्तेमाल करते हैं.
कई बार शैंपेन की समझ न रखने वालों को दुकानदार स्पार्कलिंग वाइन दे देते हैं. फ्लेवर और कीमत में ये महंगे शैंपेन के सामने नहीं टिकतीं.
इसलिए खरीदने से पहले यह जरूर चेक कर लीजिएगा कि आपने शैंपेन खरीदी है या स्पार्कलिंग वाइन.
अगर महंगे शैंपेन को परोस दिया गया हो तो पहचान का तरीका है कि इसमें ड्रिंक के बीचों बीच बेहद बारीक बुलबुले उठते नजर आएंगे.
स्पार्कलिंग वाइन में बुलबुले बड़े और कुछ-कुछ सोडा वॉटर जैसे नजर आते हैं.
शैंपेन बेहद उच्च दबाव पर भरी होती है. इसलिए हमने अक्सर देखा होगा कि खुलने पर इसकी कॉर्क बेहद तेजी से निकलता है.
शैंपेन को खोलने का सही तरीका आपको पता होना चाहिए. जरा सी लापरवाही आपको या आपके आस-पास खड़े लोगों को चोटिल कर सकती है.
बोतल ओपन होने के बाद शैंपेन को परोसना और पीना भी एक कला है. शैंपेन की बोतल ओपन करने से पहले ध्यान रखें कि ये ठंडी हो.
इतनी ठंडी भी नहीं कि बर्फ जमने की नौबत आ जाए. भूलकर भी बोतल को फ्रिजर में न डालें. बोतल का 8-10 डिग्री सेल्सियस तापमान होना परफेक्ट है.
ठंडी शैंपेन को अच्छे वाइन गिलास में ही परोसें. फ्लूट्स गिलास हों तो बेहतर क्योंकि शैंपेन पीने के लिए पूरी दुनिया में ये सबसे ज्यादा चलन में हैं.
शैंपेन को जिस वाइन गिलास में परोसा गया हो, उसे स्टेम यानी नीचे वाले पतले हिस्से से पकड़ें. ऊपर से पकड़ने पर आपके हाथ की गर्मी शैंपेन में ट्रांसफर हो जाएगी.
वाइन गिलास बिलकुल सूखे हों वर्ना गिलास की पानी की कुछ बूंदें शैंपेन का जायका बिगाड़ सकती हैं. गिलास में शैंपेन धीमे-धीमे डालें और झाग के बैठने का इंतजार करें.