होली का त्योहार आ रहा है तो ऐसे में मिठाइयां बनना तो तय है. घरों में गुजिया बननी भी शुरू हो गई होंगी.
कहीं आप भी इनमें नकली मावा का इस्तेमाल तो नहीं कर रहे. तो आइये जानते हैं असली और नकली मावे के बीच की पहचान.
मावा में थोड़ी सी चीनी डालकर कढ़ाही में गर्म करें. अगर ये पानी छोड़ने लगे तो मतलब खोया में मिलावट की गई है.
मावा बनने के बाद थोड़ा घी छोड़ता है. इसीलिए बाजार से लाए मावे को हाथों पर रगड़कर देख लें. अगर उसमें से देसी घी की शुद्ध महक आए तो समझ जाइए कि वह असली है.
मावे को थोड़ा चखकर देख लें. अगर वह मुंह में चिपक रहा है तो उसमें मिलावट की गई है क्योंकि शुद्ध मावा मुंह में चिपकता नहीं है घुल जाता है.
असली मावा को रगड़ने पर वह टूटेगा नहीं. अगर वह शुद्ध नहीं है तो रगड़ने पर टूट कर बिखर जाएगा. असली मावा पानी में आसानी से घुल जाता है जबकि मिलावटी मावा घुलने में थोड़ा समय लेगा.