पहली बार मछलियों से बनाया गया था केचअप, जानें इसका दिलचस्प इतिहास

28 Sept 2023

पिज्जा, बर्गर, समोसा...तमाम ऐसी खाने की चीजें हैं जिसपर लोग केचअप डालकर खाना पसंद करते हैं. 

केचअप का इतिहास

केचअप का इस्तेमाल किसी भी खाने को चटपटा और स्वादिष्ट बना देता है. 

खाने को स्वादिष्ट बनाता है केचअप

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि केचअप सबसे पहली बार कहां बना. आइए जानते हैं इसका इतिहास.

पहली बार कहां बना केचअप?

केचअप का नाम सुनते ही सबसे पहले दिमाग में आता होगा कि ये टमाटर से बनता है. आज के वक्त में ये टमाटर से बनता भी है.

पहली बार टमाटर से नहीं बना था केचअप

लेकिन पहले के वक्त में केचअप को बनाने में मछली और सोयाबीन जैसी चीजों का इस्तेमाल होता था. 

मछली से बना था पहली बार केचअप

साल 1700 के आसपास चीन में पहली बार केचअप बनाया गया, लेकिन तब इसे केचअप के नाम से नहीं जाना जाता था. 

चीन में पहली बार बना था केचअप

चीन में इसे गेचप या कोएचप कहा जाता था. चीन में पहली बार गेचप (अब केचअप) को मछलियों और सोयाबीन से तैयार किया गया था. 

मछली और सोयाबीन का होता था इस्तेमाल

इसके बाद, ये चीन से होते-होते, कुछ सालों में, इंग्लैंड पहुंचा और ये फिश गेचअप अब टोमैटो केचअप बन गया. 

इंगलैंड में बना टोमैटो कैचअप

इंग्लैंड में लेमन और मशरूम केचअप भी मिलने लगा था. हालांकि, लेमन और मशरूम केचअप टमाटर वाले केचअप की तरह प्रसिद्ध नहीं हुआ. 

लेमन और मशरूप कैचअप

आपको जानकर हैरानी होगी 1834 में टोमैटो केचअप का इस्तेमाल दवा के रूप में भी किया गया. 

दवाई के रूप में केचअप का इस्तेमाल

डॉक्टर जॉन कुक ने डायरिया, इनडाइजेशन, और पीलिया को ठीक करने के लिए केचअप के इस्तेमाल का आइडिया दिया.