बिहार और पूर्वांचली शादियों में हाथी कान पूड़ी दावतों में जरूर सर्व की जाती है.
अगर आप कुछ स्पेशल बनाना चाहते हैं तो हाथी कान पूड़ी बना सकते हैं, आइए जानते हैं कि इसका नाम हाथी के कान से जोड़कर क्यों रखा गया.
दरअसल, यह पूड़ी साइज में काफी बड़ी और लम्बी बनाई जाती है जो दिखने में हाथी के कान की याद दिलाती है. इसी कारण लोगों ने इसका नाम हाथी कान पूड़ी रखा है.
हाथी कान पूड़ी बनाने के लिए सबसे पहले आटा गूंथकर तैयार कर लें. ध्यान रहे कि आपको इसे बहुत ज्यादा सख्त नहीं करना है.
इसके बाद बड़ी कढ़ाही लें और इसमें तेल डालकर गरम करें. इतने में आटे से बड़ी सी लोई तोड़े और बड़े साइज में बेल लें.
अब इस पूड़ी को कढ़ाही में डालकर सुनहरा होने तक तल लें. बस आपकी हाथी कान पूड़ी तैयार है.