सावन का महीना 25 जुलाई से शुरू हो रहा है. यह महीना शिव जी का महीना होता है.
इस दौरान मानसून भी खूब आता है. ऐसे मौसम में कई चीजों को न खाने की खास सलाह दी जाती है ताकि सेहत अच्छी बनी रहे.
आइए हम आपको बताते हैं सावन के महीने में खान-पान की चीजों की मनाही के पीछे की धार्मिक और वैज्ञानिक वजह.
बैंगन:
सावन के महीने में बैंगन खाने की मनाही होती है.
धार्मिक वजह यह है कि बैंगन शिव जी को चढ़ाया जाता है और वैज्ञानिक यह है कि इस मौसम में बैंगन में कीड़े लगने लगते हैं.
दूध:
सावन में शिव जी को दूध चढ़ाया जाता है. इसी वजह से इस दौरान दूध पीने से मना किया जाता है.
वैज्ञानिक वजह यह है इस मौसम में गाय कीड़े लगी हुई पत्तियां खा लेती है. दूध अच्छी तरह से उबालकर ही पीना चाहिए.
हरी सब्जियां:
बारिश में बीमारी फैलाने वाले कीड़े बहुत ज्यादा होते हैं जो हरी पत्तेदार सब्जियों से चिपके रहते हैं जिससे पेट और स्किन की बीमारी होने का खतरा रहता है.
मांस-मछली:
मानसून में मछली तो बिल्कुल नहीं खानी चाहिए क्योंकि मानसून का समय मछलियों के अंडे देने का समय होता है.
ये अंडे मनुष्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं.
मसालेदार खाना:
मसालेदार खाने में खूब सारे मसालों का प्रयोग होता है जो कि गरिष्ठ होते हैं और इन्हें पचाने में काफी समय लगता है.
इसमें आंतों को ज्यादा काम करना पड़ता है, ज्यादा उर्जा खर्च होती है और शरीर में स्फूर्ति नहीं बचती.