खाना परोसने के लिए कई सालों पहले पत्तों का इस्तेमाल किया जाता था. आज भी कई समारोहों में 'पत्तल' या 'पत्रावली' पर खाना परोसने की परंपरा अक्सर देखने को मिलती है.
अब हर रसोई में तरह-तरह के बर्तन हैं फिर भी कई जगह लोग पत्तों पर खाना पसंद करते हैं.
केले के पत्तों पर खाना परोसने के बारे में आपने कई बार सुना होगा या शायद खाया भी हो, लेकिन इसके अलावा और भी कई तरह के पत्ते हैं जिनमें आज भी खाना परोसा जाता है.
केले के पत्ते प्राकृतिक एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरे होते हैं. साउथ इंडिया में केले के पत्तों पर खाना परोसने का काफी चलन है.
बरगद के पेड़ की चौड़ी और सूखी पत्तियों के पत्तल तैयार करके इनमें खाना परोसा जाता है.
अगर आपने कभी पत्तों में पानी पूरी खाएं हैं तो बता दें वह पत्ते सागौन के पत्ते होते हैं.
पानी में कमल के फूल के नीचे जो बड़ा पत्ता नजर आता है उसपर भी लोगों को भोजन कराया जाता है.
कटहल की सब्जी को खाना के अलावा लोग इसके पत्तों पर परोसना भी पसंद करते हैं. इससे लोग दौना-पत्तल भी बनाते हैं.