नकली ड्राई फ्रूट्स तो नहीं खरीद रहे? ऐसे करें असली की पहचान 

हम अपनी डाइट को हेल्दी बनाने के लिए उसमें तरह-तरह के ड्राई फ्रूट्स शामिल करते हैं. 

ड्राई फ्रूट्स सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि कई दुकानदार हमें नकली या खराब क्वालिटी ड्राई फ्रूट्स बेचते हैं.

नकली ड्राई-फ्रूट्स खाने से हमारी सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है. 

आइए जानते हैं आपको ड्राई फ्रूट्स खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. 

नकली ड्राई फ्रूट्स का रंग नेचुरल कलर से ज्यादा डार्क दिखाई देता है. खरीदते वक्त इस चीज पर जरूर ध्यान दें.

अगर किशमिश, अंजीर और पिस्ता चबाने में बहुत हार्ड है, तो इसका मतलब है कि वो बहुत पुराने हैं या उन्हें हाई टेम्प्रेचर में रखा गया है. 

खरीदने से पहले ड्राई फ्रूट्स को सूंघें, उसकी स्मेल से पता चल जाएगा कि वो अच्छे हैं या सड़े हुए. 

आकर्षक दिखाने के लिए बादाम की गिरी पर गेरुआ रंग या चॉक-मिट्टी से पॉलिश की जाती है और केमिकल लगाया जाता है. 

इसे पहचानने के लिए आप 10-15 बादाम अपने हाथ में लेकर दोनों हथेलियों से रगड़ें. 

अगर आपकी हथेलियां कुछ गेरुआ रंग की हो जाएं या उन पर रेत चिपक जाए तो समझ लें कि गिरी में मिलावट की गई है.

अगर काजू में पीलापन है तो ऐसे काजू खरीदने से बचें. 

काजू में ऑयल जैसी गंध आए तो इन्हें न खरीदें. ऐसे काजू काफी पुराने होते हैं. 

अगर अखरोट की गिरी में कालापन है तो न खरीदें. 

अगर अखरोट की गिरी कड़वी लगे और उसमें से तेल की गंध आए तो न खरीदें. 

अगर किशमिश में चीनी जैसा कुछ दिखाई दे तो उसे न खरीदें, हो सकता है कि इन्हें मीठा बनाने के लिए कुछ मिलाया गया हो. 

किशमिश में पानी दिखाई दे तो समझ लें कि इन्हें सही तरीके से तैयार नहीं किया गया है और यह सेहत के लिए हानिकारक है.

कई बार खराब अंगूरों से भी किशमिश बनाए जाते हैं. फिर उन्हें गोल्डन रंग देने के लिए केमिकल मिलाया जाता है. 

इनमें सल्फर जैसी गंध आती है, ऐसी किशमिश न खरीदें.