आम तौर पर लोग व्हिस्की खरीदते वक्त उसके ब्रांड या कीमत को तरजीह देते हैं. हालांकि, इसकी बोतल पर कई ऐसी सूचनाएं छपी होती हैं, जिसे ये लोग पढ़कर भी नजरअंदाज कर देते हैं.
जो शराब न भी पीते हों, वे भी दैनिक जीवन में दूसरों से इससे जुड़े आम बोलचाल के शब्द मसलन 'सिंगल मॉल्ट', 'ब्लेंडेड व्हिस्की ' जैसे शब्द जरूर सुनते होंगे.
लेकिन बहुत ही कम लोग होंगे जो सिंगल मॉल्ट और ब्लेंडेड व्हिस्की में क्या फर्क है. आइए जानते हैं.
सिंगल मॉल्ट व्हिस्की सबसे प्रीमियम किस्म है. इसका उत्पादन सिंगल डिस्टिलरी में ही होता है और इसे बनाने में किसी एक ही तरह के अनाज का इस्तेमाल किया जाता है.
इस तरह की व्हिस्की अमूमन सबसे ज्यादा स्कॉटलैंड में बनती हैं. सिंगल मॉल्ट के फ्लेवर की पूरी दुनिया मुरीद है, इसलिए ये काफी महंगी होती है.
वहीं, व्हिस्की का एक और रूप है ब्लेंडेड व्हिस्की. ब्लेंडेड यानी जिसमें सिंगल मॉल्ट व्हिस्की, ग्रेन व्हिस्की और अन्य प्रकार की व्हिस्की मिक्स हों.
चूंकि, ग्रेन व्हिस्की सस्ती होती है और सिंगल मॉल्ट महंगी, इसलिए आम तौर पर दोनों को मिक्स करके अपेक्षाकृत कम कीमत पर थोड़ी बेहतर क्वॉलिटी की व्हिस्की तैयार की जाती है.
भारत में भी ब्लेंडेड व्हिस्की काफी तैयार की जाती हैं.
(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)