व्हिस्की का रंग क्यों होता है गोल्डन? जान लीजिए कारण

10 Oct 2023

आपने कभी व्हिस्की का सेवन किया हो या नहीं, आपने इसे देखा जरूर होगा. 

व्हिस्की का रंग गोल्डन होता है. क्या आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है?

व्हिस्की के गोल्डन रंग के पीछे की वजह है वुडन बैरल यानी  लकड़ी का एक ड्रम.

जब व्हिस्की को बनाया जाता है, उसका रंग क्रिस्टल कलर यानी पानी जैसी होता है.

फिर इसे एजिंग के लिए कई सालों तक लकड़ी के बैरल में रखा जाता है. 

इसी लकड़ी के बैरल की वजह से व्हिस्की का रंग गोल्डन हो जाता है. 

दरअसल, वुडन बैरल बनाते वक्त इसे हल्का टोस्ट किया जाता है, जिससे यह सॉफ्ट हो जाता है. 

ऐसे में जब सूरज की रोशनी इस पर पड़ती है तो लिकर इससे बाहर निकलने की कोशिश करती है और यह लकड़ी के अंदर घुस जाती है.

इसके बाद रात में यह इससे बाहर निकलती है, जिससे टोस्ट की गई लकड़ी से लिकर का रंग गोल्डन होने लगता है.

कई बार व्हिस्की में केरेमल कलर का इस्तेमाल किया जाता है. कलर का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि यह पूरी शराब के रंग को एक जैसा किया जा सके. 

(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)