दाल, चावल, छोले-राजमा और आलू को कुकर में सीटी लगाकर उबाला जाता है.
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कई लोगों को इस बात में बहुत कन्फ्यूजन होता है कि किस दाल में या किस तरह के चावल में कितनी सीटियां लगाते हैं.
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अगर आप अरहर की दाल बना रहे हैं तो 20 मिनट पानी में भिगोने के बाद कुकर में यह 2 सीटी में उबलकर तैयार हो जाएगी.
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वहीं, छोले और राजमा को रातभर भिगोने के बाद 4-5 सीटी में उबालकर तैयार कर लिया जाता है.
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आलू बेहद जल्दी 2 सीटी में उबलकर तैयार हो जाते हैं.
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अगर हरी मूंग की छिलके वाली दाल है तो इसे पकने में 3 सीटी लग जाएंगी.
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वहीं, अगर हरी मूंग की दाल साबुत है यानी बिना छिलके वाली तो यरह 20 मिनट भिगोने के बाद 2 सीटी में उबल जाएगी.
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बासमाती चावल को आधे घंटे भिगोने के बाद यह 2 सीटी में उबल जाते हैं. इसके बाद कुकर में बना हुआ प्रेशर इन्हें अच्छी तरह पका देता है.
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लाल वाली मसूर की दाल आधे घंटे भिगोने के बाद बस 1 सीटी में उबल जाती है. लाल वाली मूंग दाल के साथ भी ऐसा ही है.
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