By: Aajtak.in
बचपन में मीठी च्युइंग गम चबाने में बड़ा मजा आता था. हालांकि बड़े हमेशा यही कहते थे कि इसे नहीं खाना चाहिए.
अक्सर लोगों का कहना होता है कि च्युइंग गम में सूअर की चर्बी मिली होती है जिस वजह से इसमें खिंचाव आता है.
क्या वाकई में च्युइंग गम में सूअर की चर्बी होती है? आइए जानते हैं सच्चाई और यह भी कि च्युइंग गम बनाने में किन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है.
Chewsy में छपे ऑर्टिकल मुताबिक, च्युइंग गम बनाने में के लिए 4 चीजों की जरूरत होती है. गम बेस स्वीटनर सॉफ्टनर फ्लेवरिंग, पॉलीयल कोटिंग.
गम बेस की मदद से च्युइंग गम का बेस तैयार किया जाता है जो कई तरह की ऑर्टीफिशियल रबर से तैयार होता है और यह काफी लचीला होता है.
ज्य़ादातर च्युइंग गम में ब्यूटाडाइन स्टायरिन रबर, आइसोब्यूटीलीन-आइसोप्रीन कोपॉलीमर और पैराफीन जैसे केमिकल्स का यूज होता है.
कई कंपनी च्युइंग गम बेस के लिए पेट्रोलियम वैक्स का इस्तेमाल भी करती हैं. च्युइंग गम में खिंचाव लाने के लिए सूअर की चर्बी का इस्तेमाल नहीं किया जाता.
इसके बाद स्वीटनर के लिए नैचुरल इंग्रीडिएंट्स में शुगर, ग्लूकोज़, कॉर्न सिरप, बीटरूट जूस डाला जाता है.
च्युइंग गम को मीठा बनाने के लिए कई तरह के शुगर एल्कोहॉल का इस्तेमाल भी होता है जैसे- xylitol, erythritol, sorbitol, maltitol, mannitol, isomalt, and lactitol.
च्युइंग गम को सॉफ्ट बनाने के लिए ग्लिसरीन या वेजिटेबल ऑयल मिलाया जाता है.
च्युइंग गम में मिंट या फ्रूट का फ्लेवर लाने के लिए पेपरमिंट, स्पीयरमिंट और फूट एक्सट्रेक्ट डाला जाता है.
फ्लेवर के बाद च्युइंग गम के बाहर हल्की मोटी कोटिंग की जाती है जिसके लिए पानी को सोखने वाले पॉलीयल को लगाया जाता है.
इसके बाद च्युइंग गम की पैकेजिंग के बाद यह आपने खाने के लिए तैयार हो जाती है. कुल मिलाकर इसको बनाने की विधि में सूअर की चर्बी कहीं भी इस्तेमाल नहीं की जाती.