बाजार में देसी अंडे मिल तो रहे हैं लेकिन जरूरी नहीं कि वह असली हों.
दुकानदार ब्राउन कलर के नकली देसी अंडे बेच रहे हैं. इसलिए खरदीने से पहले इनकी जांच जरूर कर लें.
फैक्ट्री में बने हुए सफेद अंडे को चाय पत्ती में डाल दिया जाता है जिससे इनका रंग भूरा हो जाता है और यह देसी अंडे जैसे दिखने लगते हैं.
देसी अंडे की बाहरी परत दूसरे अंडे की तुलना में मजबूत होती है. जबकि अगर बॉयलर अंडों में कलर किया गया हो तो भी वे कमजोर होंगे. आप इन्हें दबाकर भी चेक कर सकते हैं.
देसी अंडों को सूंघकर इन गंध से भी पहचाना जा सकता है. अगर इन अंडों में चायपत्ती की खुशबू आए तो समझ जाइए ये मिलावटी व नकली अंडे हैं.
इसके अलावा अंडे पर पर नींबू का रस डालकर चेक कीजिए. चायपत्ती का रंग आसानी से निकल जाएगा.
आप चाहें तो टूथपेस्ट या वाइट विनेगर देसी अंडों पर लगाकर पोछें. अगर नकली होंगे तो इनमें लगा चायपत्ती या केमिकल का रंग आसानी से निकल जाएगा.
देसी अंडे का स्वाद थोड़ा खारा या नमकीन होता है. जबकि सफेद अंडे का स्वाद फीका होता है.