01 September, 2024
aajtak.in
चावल फाइबर, मैंगनीज, सेलेनियम, आयरन, कॉपर, फोलेट और नियासिन जैसे जरूरी पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है.
वैसे तो चावल का सेवन अधिकतर लोग पकाकर रही करते हैं. लेकिन चावल की एक किस्म ऐसी भी हैं, जिसे बिना पकाए खाना ज्यादा फायदेमंद है.
चावल की इस वैरायटी का नाम है बोका साउल. बोका का अर्थ होता है लाल या भूरा. वहीं, साउल मतलब चावल.
यह चावल खास इसलिए है कि इसे पकाने की जरूरत नहीं पड़ती है. इसे बस 30 से 35 तक पानी में भिगो कर रखना है.
इसके बाद चावल को बाहर निकालकर दही या गुड़ के साथ खा लेना है.
गुवाहाटी विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अनुसार, इसमें 6.8% प्रोटीन और 10.73% फाइबर है.
बता दें कि एक छोटे आकार के 38 ग्राम वजन वाले अंडे में लगभग 4.9 ग्राम प्रोटीन होता है, जो कि इस चावल के प्रोटीन से कम है.
यह भी कहा जाता है कि यह चावल शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है. साथ ही हाई एल्टीट्यूड पर रहने वाले सैनिकों के बॉडी को एनर्जी भी प्रदान करता है.
माना जाता है कि 17वीं शाताब्दी में जब मुगलों से युद्ध से पहले अहोम सैनिकों ताकत और उर्जा के लिए खाने में ये चावल सर्व किया जाता था.