'हीरो नंबर 1', 'कुली नंबर 1', 'राजा बाबू' और 'छोटे मियां बड़े मियां' जैसी फिल्मों से दर्शकों को एंटरटेन करने वाले गोविंदा इन दिनों फिल्मों से दूर हैं.
90s में गोविंदा का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोलता था, लेकिन अब उनका जलवा फीका पड़ चुका है. वहीं अब डायरेक्टर टीनू वर्मा ने गोविंदा के डूबते करियर की वजह बताई है.
एक इंटरव्यू के दौरान गोविंदा के बारे में बात करते हुए टीन वर्मा ने कहा, 'गोविंदा कभी समय के पाबंद नहीं थे. लोग पैर पर कुल्हाड़ी मारते हैं, गोविंदा ने अपनी गर्दन खुद कुल्हाड़ी पर मार दी.'
'अचानक' फिल्म का किस्सा शेयर करते हुए उन्होंने बताया, 'मूवी में मनीषा कोइराला और गोविंदा लीड रोल में थे. दोनों का सीन शूट होना था, लेकिन गोविंदा की वजह से नहीं हो पा रहा था.'
जब फिल्म के डायरेक्टर उनके रवैये से परेशान हुए, तो गोविंदा ने कहा कि 'आप मुझे टाइम बताओ मैं कल पक्का उस टाइम पर आ जाऊंगा. उन्हें 11 बजे का टाइम दिया गया.'
मेकर्स ने गोविंदा के लिए होटल भी बुक किया गया, लेकिन वो वादा करके भी 11 बजे सेट पर नहीं पहुंचे. 4 बजे तक क्रू ने उनका इंतजार किया, पर गोविंदा नहीं आए.
थक हार कर टीनू मरीन ड्राइव पर कुछ खाने-पीने पहुंचे. वहां उन्होंने एक कॉलेज में भीड़ देखी. जब वो कॉलेज के अंदर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि गोविंदा वहां परफॉर्म कर रहे थे.
गोविंदा ने जब टीनू वर्मा को कॉलेज में देखा, तो वो मुंह छिपाकर भाग निकले. डायरेक्टर ने कहा कि गोविंदा एक टैलेंटेड स्टार हैं. वो एक उम्दा एक्टर और डांसर हैं.
एक वक्त था जब लोग उन्हें अपनी फिल्म में लेने को बेताब रहते थे. अब एक समय है जब लोग उन्हें काम नहीं देना चाहते, क्योंकि उन्होंने समय की कद्र नहीं की.
आगे उन्होंने कहा, गोविंदा ने अपना करियर खुद बर्बाद किया है. वो दिन में तीन शूटिंग करते थे, जिसमें वो दो शूट पर जाते थे और एक पर नहीं.
टीनू वर्मा का कहना है कि गोविंदा वो एक्टर हैं, जो 'छोटे मियां बड़े मियां' में अमिताभ बच्चन पर भारी पड़ गए. वो चाहते थे तो आज उनके पास फिल्मों की लाइन लगी होती, पर ऐसा ना हो सका.
एक इंटरव्यू में गोविंदा ने अपने करियर पर बात करते हुए कहा था, लोग इंडस्ट्री में मेरे अच्छे लुक्स, डांस और एक्टिंग से जलते थे. इसलिए उन्हें इंडस्ट्री से आउट कर दिया गया.