'चोली के पीछे' हो या 'रेशम का रूमाल', बॉलीवुड सिंगर ईला अरुण के ये सुपरहिट गाने जहां भी बजते हैं लोग डांस करने पर मजबूर हो जाते हैं.
ईला अरुण 90 के दशक की वो गायिका हैं, जिनके गानों का क्रेज लोगों के सिर चढ़कर बोलता आया है. उनकी आवाज में एक पावर होती है, जिसे सुनकर पता चलता है कि ये गाना उन्होंने गाया है.
कई सुपरहिट गाने देने के बावजूद वो लंबे समय से म्यूजिक इंडस्ट्री से दूर हैं. 2013 में उनका आखिरी गाना 'काला डोरिया' आया था. है.
वहीं अब न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में ईला अरुण ने अपनी सिंगिंग और आवाज को लेकर कुछ बातें शेयर की.
ईला अरुण कहती हैं, 'मेरी भारी आवाज एक्ट्रेसेस पर फिट नहीं बैठती है. उन पर पतली और सुरीली आवाज सूट करती है. इसलिए मेरी आवाज हीरोइनों के लिए नहीं बनी है.'
सिंगर बताती हैं, 'जहां भी यूथफुल, चुलबुले और बैकग्राउंड नबंर्स चाहिए होते हैं, वहां वो मेरी आवाज का इस्तेमाल करते हैं. पर कोई बात नहीं. मेरी आवाज स्पेशल है, जिसका वो सावधानी से इस्तेमाल करते हैं.'
आगे उन्होंने कहा कि 'संगीत समाज को बदल देता है. इसलिए आज की जनरेशन को हमारे लोक संगीत या हमारे पारंपरिक संगीत में कोई दिलचस्पी नहीं है.'
वो कहती हैं, 'कितने ही नए गाने क्यों ना आ जाएं, पर पुराने गानों का क्रेज कभी कम नहीं होगा. इसलिए रियलिटी शोज भी पुराने गानों के बिना हिट नहीं हैं. वहां लता जी और मोहम्मद रफी के गाने जरूर बजते हैं.'
ईला अरुण ने ये भी कहा कि वो किसी को क्रिटिसाइज नहीं करना चाहती हैं, जिसे जो करना है, वो करे, लेकिन पुराने गीत कभी नहीं मरेंगे.
बेहतरीन गानों के अलावा ईला अरुण ‘जोधा अकबर’, ‘बेगम जान’, ‘लम्हें’, ‘मंटो’ ‘ठग्स ऑफ़ हिंदोस्तान’ और ‘घूमकेतू’ जैसी फिल्मों में एक्टिंग भी कर चुकी हैं.
वो सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं. सिंगर के सोशल मीडिया अकाउंट से पता चलता है कि लोक गीत गाने के अवाला वो थिएटर भी कर रही हैं.