विनोद खन्ना हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सुपर हिट एक्टर रहे हैं. लेकिन उन्होंने करियर के पीक पर ही सब कुछ छोड़ दिया था.
विनोद खन्ना ने उस वक्त सबको चौंका दिया था, जब उन्होंने मोह माया त्याग कर ओशो की शरण ले ली थी. वो उन्हीं के आश्रम में रहने लगे थे.
हाल ही में उनके आश्रम के काम में साथ देने वाली एक महिला ने बताया कि विनोद वहां क्या करते थे और कैसे रहते थे.
दास्ता यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में शीला ने बताया ने कि उनकी विनोद से ज्यादा खास बातचीत नहीं थी लेकिन आते जाते हाय हेलो हो जाती थी.
शीला ने कहा- मैं तो भगवान से बातें करने और उनकी देखरेख में बेहद बिजी रहती थी. जब कोई प्रॉब्लम हो तभी विनोद और मेरी बात होती थी.
या फिर कभी मैं उन्हें सड़क पर जाते हुए देख लूं तो हाय-हेलो हाल चाल हो जाती थी. मेरी विनोद से इतनी ही बातचीत थी.
शीला ने आगे कहा- उन्हें स्वामी विनोद भारती का नाम दिया गया था. साथ ही वो वहां गार्डन में माली का काम करते थे.
सभी को काम ओशो और उनके मैनेजमेंट की आज्ञा से ही असाइन किए जाते थे. ये भी एक तरह का मेडिटेशन ही है.
विनोद ने 1982 में ओशो के आश्रम को ज्वाइन किया था. तब हॉलीवुड एक्टर टेरेंस स्टैम्प भी वहीं रुके थे.