घर-घर में तारक मेहता बनकर अपनी पहचान बनाने वाले शैलेश लोढ़ा के लिए यहां तक का सफर आसान नहीं रहा.
शैलेश ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने स्ट्रगल पर बात की. उन्होंने बताया कि जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया, जब उन्हें अपने सपनों को पीछे छोड़ना पड़ा.
शैलेश ने कहा- मैंने कभी अपनी जिंदगी में कुछ भी तय करके नहीं किया. मैंने जॉब की पर जब उसमें मेरी सैलेरी आनी बंद हो गई तो मैंने उसे भी छोड़ दिया.
"मेरी मां का एक्सीडेंट हुआ था. वो हॉस्पिटल में थीं. मेरी दो बड़ी बहनें भी हैं. उनकी शादी का पूरा खर्च मुझे उठाना था."
"ऐसे में मैंने एक मेडिकल कंपनी में जॉब की और पैसे कमाया. अपने सपनों को एक तिजारी में बंद करके साइड रख दिया."
"जबकि मैं नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा और जेएनयू में पढ़ाई करना चाहता था. पर नहीं कर पाया."
एक्टर से पूछा गया कि वो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में वापसी करेंगे अगर उन्हें दोबारा बुलाया गया.
इसपर जवाब देते हुए शैलेश ने कहा कि जो चीजें हो गईं, मैं उनको पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहता हूं.
"अभी जो मेरे पास है उसे मैं एन्जॉय कर रहा हूं. जैसे की मैंने कहा मैंने जिंदगी में कोई भी काम तय करके नहीं किया. आगे भी नहीं करूंगा."