फिल्म 'गदर 2' की सक्सेस को सनी देओल और उनका परिवार अबतक एन्जॉय कर रहा है. इंटरव्यूज में एक्टर अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर खुलासे कर रहे हैं.
सनी का छलका दर्द
हाल ही में एक इंटरव्यू में सनी ने बताया कि डिस्लेक्सिया के चलते उन्होंने आजतक किसी भी फिल्म की न तो स्क्रिप्ट पढ़ी है और न ही कोई डायलॉग.
सनी को इस फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बने करीब 4 दशक हो गए हैं. जब भी उन्होंने फिल्म की तो उसके बारे में किसी दूसरे व्यक्ति ने उन्हें नैरेट किया, तब सनी ने एक्टिंग की.
Ranveer Allahbadia संग बातचीत में सनी ने बताया जब मेरे नंबर कम आते थे तो मुझे थप्पड़ पड़ते थे. उस समय किसी को नहीं पता था कि डिस्लेक्सिया क्या होता है.
"इसकी बीमारी की वजह से मैं पब्लिक स्पीच देने से बचता था. क्योंकि उसमें भी हमें टेलीप्रॉम्प्टबर को देखकर पढ़ना पड़ता है और ये भी मेरे लिए एक टास्क है."
एक न्यूज चैनल संग बातचीत में सनी ने कहा- मैंने कभी स्क्रिप्ट्स नहीं पढ़ीं और न ही डायलॉग्स. मैंने बस महसूस किया और एक्टिंग कर दी.
"जब भी डायरेक्टर ने मुझे स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए दी, मैंने नहीं पढ़ी. मैंने उनसे कहा कि मुझे बोलकर बता दो, मैं वैसा ही कर दूंगा."
"पर जब भी मैंने फिल्म की और इस तरह से किसी दूसरे व्यक्ति ने मुझे बताया तो मैंने हमेशा अपने स्टाइल में उसे एक्ट करके बयां किया. कभी किसी को कॉपी नहीं किया."
"मेरे लिए जरूरी है लोगों तक मैसेज पहुंचना. मैं शब्दों को अच्छी तरह समझता हूं और जब समझ लेता हूं तो मेरे लिए बयां करना आसान हो जाता है."