13 मार्च 2024
फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अपने समय में टीवी की बेस्ट और पॉपुलर एक्ट्रेसेज में से एक रही हैं. उन्होंने सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में तुलसी वीरानी का रोल निभाकर पहचान बनाई थी.
अब एक नए इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने बताया है कि उन्हें इस शो में काम कैसे मिला था. उनकी शो पर दिन की सैलरी कितनी थी. साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे वो उस वक्त आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रही थीं.
स्मृति ईरानी ने कहा, 'पर्सनालिटी की वजह से मुझे क्योंकि सास भी कभी बहू थी नहीं मिला था. एकता कपूर के ऑफिस में एक ज्योतिषी बैठे थे, जिन्होंने दूर से मुझे देखा था और उन्हें मुझे रोकने को कहा था.'
'ज्योतिषी का नाम जनार्दन था. उन्होंने कहा था कि मैं बड़ी स्टार बनूंगी. मैं वहां किसी की बहन का रोल साइन करने के लिए गई थी. मुझे नहीं पता था कि पर्दे के पीछे एकता पंडित के साथ बैठी हैं.'
स्मृति ने आगे बताया, 'उन्होंने एकता से कहा था कि अगर आप इनके साथ काम करती हैं तो ये देश का जाना-माना चेहरा बनेंगी. उनकी बात खत्म होते ही एकता मेरे पास आईं और उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं क्या साइन कर रही हूं.'
स्मृति ईरानी ने अपनी सैलरी को लेकर बताया, 'कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से मुझे एक दिन के 1200-1300 रुपये मिलते थे. उस वक्त मैं McDonald’s में सफाई वाली का काम कर रही थी, जिसमें एक महीने की सैलरी 1800 रुपये थी.'
'तो दिन के 1200 रुपये मिलना बहुत बड़ी बात थी. तब मेरे पास कोई पक्की नौकरी नहीं थी. 23 साल की लड़की 1800 रुपए महीना कमा रही थी. और कोई ऑप्शन ही नहीं था.'
स्मृति ईरानी के मुताबिक, एकता कपूर ने देखा कि वो क्या साइन कर रही हैं, उनका कॉन्ट्रैक्ट फाड़ा और उन्हें तुलसी वीरानी के रोल में 1800 रुपये महीने पर रखा. ये स्मृति के लिए बड़ा पल था, उन्हें एक दिन में एक महीने के बराबर सैलरी मिल रही थी.
स्मृति ईरानी के मुताबिक, एकता कपूर ने देखा कि वो क्या साइन कर रही हैं, उनका कॉन्ट्रैक्ट फाड़ा और उन्हें तुलसी वीरानी के रोल में 1800 रुपये महीने पर रखा. ये स्मृति के लिए बड़ा पल था, उन्हें एक दिन में एक महीने के बराबर सैलरी मिल रही थी.
स्मृति ईरानी ने कहा कि ये उनके लिए कोई लॉटरी जीतने जैसा था. 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' टीवी का हिट शो साबित हुआ था, जिसने घर-घर में स्मृति को पहचान दिलाई थी.