अमेठी का वो ढाबा वाला, जिसकी किस्मत स्मृति ईरानी ने चमकाई, गोभी मंचूरियन से हुईं परेशान

13 Mar 2024

Credit: Instagram

स्मृति ईरानी ने अमेठी के फेमस ढाबे वाले से जुड़ा किस्सा शेयर किया है. वो कहती हैं- पहली बार अमेठी गई, तो मुझे वहां कोई रेंट पर रूम नहीं दे रहा था. 

स्मृति ईरानी का मजेदार किस्सा 

'सब गांधी फैमिली से डरते थे. सीमेंट के गोदाम के ऊपर एक कमरा मिला. वहां एक अलोक ढाबा भी है, उसके यहां एक कमरा लिया था, जहां हम काम करते थे.' 

'वो अलोक ढाबा वाला कहता था. ये फटीचर लोग यहां आते हैं. कुछ भारी भरकम ऑर्डर करते नहीं हैं. एक दिन उसने देखा कि स्मृति ईरानी यहां आई हैं, तो पत्रकार लोग भी यहां आ रहे हैं.'

'ढाबे पर एक फेमस पत्रकार पहुंचे, उन्होंने उससे पूछा कि स्मृति ईरानी क्या खाती हैं, तो उसने कहा कि गोभी मनचूरियन.'

'अगले दिन मैंने न्यूज में देखा कि हर जगह लिखा था कि स्मृति ईरानी को गोभी मनचूरियन पसंद है. मैंने ढाबे वाले से कहा कि मैं गोभी मनचूरियन कहां खाती हूं?' 

'तो उसने कहा कि दीदी नई डिश बनी है. मैंने उसकी प्राइस ज्यादा रखी है. इसलिए बोला. इसके बाद मैं जहां जाऊं, लोग मुझे गोभी मनचूरियन खिलाने लगें.'

आगे उन्होंने कहा- क्योंकि सास भी कभी बहू थी के बाद भी मैं जहां जाती थी, लोग मुझे जूस पिलाते थे. क्योंकि शो में हमेशा जूस निकालती दिखती थी. 

'कई जगहों पर लोग मुझे थेपला भी खिलाते थे. मैं परेशान हो जाती थी. अगर मुझे आलू का पराठा भी खाना हो, तो तभी मुझे थेपला खिलाने लगते थे.' 

'गोभी मनचूरियन से तो मैं इतनी परेशानी हुई कि मुझे पत्रकार को कहना पड़ा कि मैं गोभी मनचूरियन नहीं खाती हूं.'