10 AUG 2024
Credit: Social Media
एक्ट्रेस श्वेता तिवारी प्रोफेशनल लाइफ में कामयाबी के झंडे गाड़ चुकी हैं. टीवी से लेकर भोजपुरी और ओटीटी प्लेटफॉर्म तक श्वेता तिवारी का जलवा बरकरार है.
मगर पर्सनल लाइफ में श्वेता काफी मुश्किलों का सामना कर चुकी हैं. श्वेता का दो बार तलाक हो चुका है.
तलाक के बाद श्वेता सालों से दोनों बच्चों की अकेले ही परवरिश कर रही हैं. ऐसे में श्वेता तिवारी से लेटेस्ट इंटरव्यू में कहा गया कि सिंगल पेरेंटिंग आसान नहीं है. खासकर जब आप वर्किंग वुमन होते हो.
इसपर Galatta India संग बातचीत में श्वेता तिवारी ने जवाब दिया- सिंगल पेरेंटिंग क्या होती है? पति नहीं है तो सिंगल पेरेंटिंग हो गई?
श्वेता ने आगे कहा कि सिंगल पेरेंटिंग यूएस में होती है जब आप अकेले होते हो, हर कोई अपनी जिंदगी में बिजी होता है और आपको हर चीज अकेले करनी होती है.
जैसे अकेले कमाओ, अकेले कपड़े धो, अकेले खाना बनाओ, अकेले बच्चों को संभालो...वो सिंगल पेरेंटिंग होती है.
लेकिन जब आपका पूरा परिवार आपके साथ हो आपकी मदद कर रहा हो तो उसे सिंगल पेरेंटिंग नहीं कहते.
श्वेता बोलीं- घर में मेरी मम्मी हैं, मेड्स हैं तो सब मिलकर अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं. इसलिए ये को-पेरेंटिंग हुई.
मैं बिजी हूं तो मेरी मम्मी मेरे बेटे को स्कूल लेने जाती हैं. पति होता तो वो लेने जाता. हो सकता है पति होता तो वो कह देता मैं बिजी हूं नहीं जा सकता.
श्वेता आगे बोलीं- कई बार आप रिलेशनशिप में होकर भी सिंगल पेरेंटिंग करते हो. लेकिन अगर शादीशुदा हो और पति है तो लोगों को सिंगल पेरेंटिंग का एहसास नहीं होता.
लेकिन कई बार आप सिंगल होकर भी सिंगल पेरेंटिंग नहीं करते हो...जैसे मैं..मेरे पास पूरी फैमिली है.
श्वेता से ये भी कहा गया कि पलक ने उन्हें हर मुश्किल दौर से गुजरते देखा है. ऐसे में बेटी संग उनका रिश्ता बीते सालों में कैसे मजबूत हुआ.
श्वेता बोलीं- पलक जब वो चीजें देखती थी जो मेरे साथ हुईं तब मुझे लगता था कि पता नहीं इसके बचपन पर कैसा असर होगा.
उसने ये समझना शुरू कर दिया है कि अगर आप खुद को ग्रांटेड नहीं लोगे तो लोग भी नहीं लेंगे. उसे अब पता है कि अगर आपकी कोई प्रॉब्लम है तो आपको ही उसे सॉल्व करना होगा.
मुझे लगता है कि पलक ने ये सब मेरी जर्नी से सीखा है और इस चीज ने उसे स्ट्रॉन्ग बनाया है.