1 मई 2025
फोटो सोर्स: इंस्टाग्राम
शाहरुख खान बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में 30 साल से ज्यादा बिता चुके शाहरुख यहां बिना किसी कनेक्शन के आए थे.
शाहरुख खान ने बतौर आउटसाइडर अपने करियर की शुरुआत की थी. आज 30 सालों के बाद वो इंडस्ट्री के टॉप एक्टर्स में से एक हैं और बॉलीवुड के आखिरी सुपरस्टार कहे जाते हैं.
1 मई को शुरू हुए वेव समिट 2025 में शाहरुख खान ने अपने फिल्मी सफर और इनसाइडर-आउटसाइडर डिबेट पर बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें दोनों के बीच किया जाने वाला भेद नहीं पसंद.
इवेंट के दौरान करण जौहर ने शाहरुख खान से पूछा कि एक आउटसाइडर के रूप में आगे बढ़ने के लिए उनकी भूख ने उन्हें कितना आगे बढ़ाया.
इसपर एक्टर ने कहा, 'भूख और महत्वकांक्षा पर बहुत बातें होती हैं. ये बहुत भारी शब्द हैं. खुद के लिए कहना कि 'हां मैं बहुत भूखा था और मैंने बहुत मेहनत की' अच्छा लगता है. लेकिन ये शब्द, मैं इनमें विश्वास नहीं करता.'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे आउटसाइडर और इनसाइडर के बीच भेद से भी दिक्कत है. आप कहां से आते हो ये जरूरी नहीं है. जरूरी ये है कि आप इस दुनिया में एंट्री कर चुके हो.'
'और जो भी दुनिया आप चुनते हो उसमें अपनी जगह कैसे बनाते हो. ज्यादातर लोगों के साथ क्या होता है कि वो सोचते हैं कि मैं तो आउटसाइडर हूं और सिर्फ प्रिविलेज वालों को ही चांस मिलेगा.'
'मेरा बैकग्राउंड बड़ा नहीं है तो मुझे ये नहीं मिलेगा. अगर आप खुद पर तरस खाने लगोगे तो आप दुनिया में अपने लिए जगह बनाने के लिए अपनी पूरी एनर्जी का इस्तेमाल नहीं करोगे.'
'ये जो दुनिया होती है न जिसमें आप घुसना चाहते हो, ये इनसाइडर-आउटसाइडर सब बातें हैं. इस दुनिया को आपसे फर्क नहीं पड़ता। उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि शाहरुख कहां से आया है, आमिर है या गरीब आप अपना स्पेस मेहनत से बनाते हो.'
'जब मैं यहां आया था मैंने नहीं सोचा था कि मैं आउटसाइडर हूं इसलिए मैं इस दुनिया का हिस्सा नहीं बन सकता. मैं विश्वास करता हूं कि ये दुनिया मेरी है.'
उन्होंने आगे कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो सबने मुझे खुली बांहों से अपनाया, जैसे मैं मरीन ड्राइव पर आया उनका नया बेटा हूं. मुझे लगा ये दुनिया मेरी है. मुझे लगता है मैंने 24 घंटे में अपना परिवार खोया था और 24 घंटे में नया परिवार पा लिया.'