शाहरुख खान अपनी फिल्म 'जवान' से देशभर में धूम मचा रहे हैं. इसने दुनियाभर में महज दो दिन में 200 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है. इस बीच किंग खान को लेकर एक किस्सा सामने आया है.
'कांटे', 'काबिल', 'शूटआउट एट लोखंडवाला' जैसी फिल्मों को बनाने वाले डायरेक्टर संजय गुप्ता ने बताया है कि कैसे शाहरुख ने अंडरवर्ल्ड के गुंडों के सामने झुकने से मना कर दिया था.
संजय ने ट्वीट कर शाहरुख खान की तारीफ की है. उन्होंने बताया कि एक्टर ने किस तरह अपने करियर की मुश्किलों का सामना करने के बाद बॉलीवुड के किंग के रूप में खुद को स्थापित किया था.
संजय ने अपने ट्वीट में लिखा, '90 के दशक जब अंडरवर्ल्ड फिल्म स्टार्स को धमका रहा था तब अकेले शाहरुख थे जो उनके सामने नहीं झुके थे. उन्होंने कहा था- गोली मरणी है तो मार दो, पर तुम्हारे लिए काम नहीं करूंगा. मैं पठान हूं.'
फिल्म क्रिटिक अनुपमा चोपड़ा भी अपनी किताब किंग ऑफ बॉलीवुड: शाहरुख खान एंड द सिडक्टिव वर्ल्ड ऑफ इंडियन सिनेमा में किंग खान के अंडरवर्ल्ड से एनकाउन्टर को लेकर बात कर चुकी हैं.
डॉन अबू सलीम, छोटा राजन और छोटा शकील ने शाहरुख खान को धमकाया था. 1997 में जब एक्टर ने महेश भट्ट की फिल्म डुप्लीकेट में काम किया, तब इस टेंशन की शुरुआत हुई थी.
1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों के दौरान काम करने वाले पुलिस अफसर राकेश मारिया ने डायरेक्टर महेश भट्ट को आगाह किया था कि शाहरुख की जान को खतरा हो सकता है. इसके बाद शाहरुख को एक पर्सनल बॉडीगार्ड दिया गया था.
किताब में बताया गया था कि शाहरुख को एक बार खुद अबू सलीम ने कॉल किया था. इसमें उसने एक्टर को अपने करीबी प्रोड्यूसर के साथ फिल्म ना करने पर गालियां दी थीं.
इस कॉल से शाहरुख डर गए थे लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं खोई थी. किताब के मुताबिक, शाहरुख ने जवाब में कहा था कि वो सलीम को नहीं बताते कि किसको गोली मारनी है तो वो भी एक्टर को नहीं सकते कि वो कौन सी फिल्म करेंगे.