6 APR 2025
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आरजे महवश अलीगढ़ में पली-बढ़ी हैं और दिल्ली से पढ़ाई की है. उन्होंने बताया कि दोनों ही शहरों में वो हैरेसमेंट का शिकार हो चुकी हैं.
युवा संग बातचीत में उन्होंने एक इंसीडेंट को शेयर किया, जहां वो कुछ नहीं कर पाईं. महवश तब स्कूल में थीं.
महवश ने बताया कि अलीगढ़ में ही एक बार एक आदमी आया और मुझे जकड़ लिया और चला गया. मैं वहीं खड़ी रह गई थी.
मैं स्कूल से लौट रही थी, मेरी बस छूट गई थी तो मैं रिक्शा से घर आ रही थी. मैं घर आई और सोचा कि मुझे पता नहीं क्या हुआ था कि मैं पलट कर कुछ बोल भी नहीं पाई.
आप फ्रीज हो जाते हो उस वक्त पर. क्योंकि दिमाग में ये चल रहा होता है कि अलीगढ़ में ऐसे-ऐसे एसिड अटैक्स हुए. मैं बाहर निकलूंगी तो ये मुझसे बदला लेने आ जाएगा.
महवश आगे बोलीं कि जहां ये हादसा हुआ वहां पर पेट्रोलिंग जीप्स घूम रही थीं, मैं उनसे कह सकती थी. मेरे एकदम पास में थे, मैं उनसे कह सकती थी कि इस बंदे ने ऐसा किया.
लेकिन वो हिम्मत लाना बड़ी बात थी. ये सोचकर कि कहीं वो बंदा अगले दिन बदले की भावना में एसिड अटैक न कर दे, आप रह जाते हो.
महवश ने आगे बताया कि वो इंसीडेंट के बारे में अपने पैरेंट्स से बात तक नहीं कर पाईं. वो बोलीं कि मैं घर पर किसी को नहीं बता पाई.
मुझे लगता था कि ये मेरे लिए शर्म की बात है. जैसे आप रेप होने पर कहते हैं कि न कि उसकी इज्जत लूट ली गई. इज्जत तो उसकी लुटनी चाहिए न जिसने गंदा काम किया.
तो वो सब सोचकर शर्मिंदगी लगती है कि किसी ने मेरे साथ ऐसा किया है. तो वो बोलने में शर्म आती है. हां लेकिन मैं अपनी बहन के साथ लेकिन सब शेयर कर लेती हूं.