रिया चक्रवर्ती को सुशांत सिंह राजपूत केस में जेल भी जाना पड़ा था. उस दौर को याद कर एक्ट्रेस ने बताया कि वो मीडिया ट्रायल से इतनी तंग आ गई थीं कि जेल जाना चाहती थीं.
चेतन भगत से बातचीत में रिया बोलीं- वो एक शो बन गया था और मेरी जिंदगी डिस्प्ले पर थी. मैं सोचती थी, बस करो हो गया. मैं इतनी तंग आ गई थी कि सोचती थी...ये हो ही जाए तो बेहतर है.
जेल जाने ही दो मुझे. कितने लोग मेरे पीछे पड़े थे. वो मेरे अस्तित्व पर एक बड़ा सवाल था. मुझे लगा सब ठीक हो जाएगा, सबको क्लैरिटी मिल जाएगी, अगर इसके लिए मुझे जेल ही क्यों ना जाना पड़े. मैं जेल जाने को तैयार थी.
जेल के दिनों को याद कर रिया ने कहा- कोविड की वजह से मुझे 14 दिन तक अकेले जेल में रखा गया था. मुझसे पूछा गया आपको लंच करना है. मैं इतनी भूखी और थकी हुई थी कि मुझे जो दिया गया वो मैंने खाया.
अब चाहे वो रोटी के साथ पानी वाली शिमला मिर्च ही क्यों ना हो. फिर लगातार 12 घंटे सोई. जेल के अंदर के लोग बाहर से बेहतर हैं. अंदर कोई सोसायटी वाला स्ट्रक्चर नहीं है.
रिया बोलीं- वो अलग ही दुनिया है. मैं बहुत ग्रेटफुल फील करने लगी थी जब मैंने देखा कई लोगों के पास फैमिली सपोर्ट तक नहीं है. कम से कम मेरे पास मेरी फैमिली तो है.
मैं खुद से वादा करती रहती थी कि मुझे न्याय मिलेगा. तुमने कुछ गलत नहीं किया है. उन महिलाओं से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. उसे सोच के क्यों परेशान होऊं जो मेरे बस में नहीं.
हां वहां के टॉयलेट्स बहुत गंदे होते हैं. लेकिन वो फिजिकल ट्रॉमा आपको कुछ नहीं लगते आपके मेंटल ट्रॉमा के आगे. आप सोचने लगते हैं गंदा बाथरूम तो मैनेज कर ही लूंगी.
इसी के साथ रिया ने खाने पीने के शेड्यूल पर कहा कि 2 बजे डिनर हो जाता है. तो मैंने उस हिसाब से अपना रूटीन सेट किया था. मैं सुबह 4 बजे उठती थी.